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आजमगढ़ जेल प्रशासन और कैदियों की मिलीभगत की खुली पोल, बरामद हुए 35 मोबाइल फोन - आजमगढ़ जिला कारागार

आजमगढ़ जिला कारागार में दो गुटों में मारपीट के बाद प्रशासन द्वारा की गई छाेपमारी में 35 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. ये सभी मोबाइल फोन पूर्व मंत्री, पू्र्व विधायक और शातिर अपराधियों के पास से बरामद हुए हैं.

आजमगढ़ जिला कारागार के बाहर तैनात पुलिस बल.
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Published : Mar 17, 2019, 8:13 AM IST

आजमगढ़: जिला जेल में कैदियों के दो गुटों में मारपीट का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने जेल में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान जेल से 35 मोबाइल फोन बरामद हुए. शनिवार शाम पांच बजे से चल रही छापेमारी देर रात तक चलती रही. वहीं उग्र कैदियों को रोकने में जब पुलिस-प्रशासन नाकामयाब हुआ तब CISF के जवानों की मदद ली गई, जिसके बादस्थिति नियंत्रण में हुई.

दरअसल, आजमगढ़ जिला कारागार में इस समय 1,200 से अधिक कैदी बंद हैं. इनमें पूर्व मंत्री अंगद यादव, पूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्रा, विक्रम सिंह, कलीम जमाई, धर्मेंद्र पासी और सचिन पांडे जैसे राजनीतिक अपराधियों के साथ पेशेवर अपराधी भी शामिल हैं. जिला कारागार में छापेमारी को लेकर एसपी त्रिवेणी सिंह ने कहा कि जिला जेल में मोबाइल के प्रयोग होने की सूचना पर छापेमारी की गई थी.

जानकारी देते डीएम और एसपी.

छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में जेल से मोबाइल फोन बरादम हुए थे, जिसके बाद कैदियों में आक्रोश व्याप्त था और उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया था. एसपी ने बताया कि कैदियों का हंगामा इतना बड़ा कि उसे रोकना मुश्किल हो गया था, जिसके बाद सीआईएसफ के जवानों की मदद ली गई. तब जाकर स्थिति नियंत्रण में हुई.

छापेमारी में पूर्व मंत्री अंगद यादव के पास से पांच मोबाइल, पूर्व विधायक सुरेंद्र के पास से छह मोबाइल, अपराधी विक्रम सिंह के पास से चार मोबाइल, कालीम जामाई के पास से चार मोबाइल, सचिन पांडे के पास से दो मोबाइल बरामद हुए हैं. डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने कहा कि इसमें जेल प्रशासन के कई कर्मचारी औरअधिकारी संलिप्त हैं, जिनकी जांच की जा रही है.



आजमगढ़: जिला जेल में कैदियों के दो गुटों में मारपीट का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने जेल में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान जेल से 35 मोबाइल फोन बरामद हुए. शनिवार शाम पांच बजे से चल रही छापेमारी देर रात तक चलती रही. वहीं उग्र कैदियों को रोकने में जब पुलिस-प्रशासन नाकामयाब हुआ तब CISF के जवानों की मदद ली गई, जिसके बादस्थिति नियंत्रण में हुई.

दरअसल, आजमगढ़ जिला कारागार में इस समय 1,200 से अधिक कैदी बंद हैं. इनमें पूर्व मंत्री अंगद यादव, पूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्रा, विक्रम सिंह, कलीम जमाई, धर्मेंद्र पासी और सचिन पांडे जैसे राजनीतिक अपराधियों के साथ पेशेवर अपराधी भी शामिल हैं. जिला कारागार में छापेमारी को लेकर एसपी त्रिवेणी सिंह ने कहा कि जिला जेल में मोबाइल के प्रयोग होने की सूचना पर छापेमारी की गई थी.

जानकारी देते डीएम और एसपी.

छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में जेल से मोबाइल फोन बरादम हुए थे, जिसके बाद कैदियों में आक्रोश व्याप्त था और उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया था. एसपी ने बताया कि कैदियों का हंगामा इतना बड़ा कि उसे रोकना मुश्किल हो गया था, जिसके बाद सीआईएसफ के जवानों की मदद ली गई. तब जाकर स्थिति नियंत्रण में हुई.

छापेमारी में पूर्व मंत्री अंगद यादव के पास से पांच मोबाइल, पूर्व विधायक सुरेंद्र के पास से छह मोबाइल, अपराधी विक्रम सिंह के पास से चार मोबाइल, कालीम जामाई के पास से चार मोबाइल, सचिन पांडे के पास से दो मोबाइल बरामद हुए हैं. डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने कहा कि इसमें जेल प्रशासन के कई कर्मचारी औरअधिकारी संलिप्त हैं, जिनकी जांच की जा रही है.



Intro:anchor: आजमगढ़। आजमगढ़ जिला जेल में कैदियों के दो गुटों में मारपीट के मामले में प्रशासन द्वारा की गई सघन छापेमारी में 35 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। शाम 5:00 बजे से चल रही है छापेमारी देर रात को समाप्त हुई। उग्र हुए कैदियों को रोकने में जब पुलिस प्रशासन असफल हुआ तब सीआईएसफ के जवानों को लगाया गया जिसके बाद किसी तरह से स्थिति नियंत्रण में आई। प्रशासन की है कार्रवाई देर रात तक जारी रही। इस बारे में आजमगढ़ के जिला अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी का कहना है कि इस घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि इस घटना में जेल प्रशासन के कई कर्मचारी व अधिकारी संलिप्त हैं जिनकी जांच की जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


Body:वीओ: 1 मीडिया से बातचीत करते हुए आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने कहा कि जिला जेल में मोबाइल के प्रयोग होने की सूचना पर जिला प्रशासन ने छापा मारा था और इस छापेमारी के बाद बड़ी संख्या में मोबाइल की बरामदगी के बाद कैदियों में आक्रोश व्याप्त था जिसके बाद कैदियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया था। कैदियों का हंगामा इतना बड़ा कि उसे रोकने में आजमगढ़ की पुलिस असफल साबित हुई जिसके बाद सीआईएसफ जवानों को लगाया गया तब किसी तरह से मामले को नियंत्रित किया जा सका। प्रशासन की छापेमारी में पूर्व मंत्री अंगद यादव के पास से 5 मोबाइल पूर्व विधायक सुरेंद्र में उसके पास से 6 मोबाइल अपराधी विक्रम सिंह के पास से 4 मोबाइल कालीन जा माई अपराधी के पास से 4 मोबाइल सचिन पांडे पेशेवर अपराधी के पास से दो मोबाइल की बरामदगी हुई है।


Conclusion:वीओ:2 बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद कारागार में 12 सौ से अधिक कैदी बंद है। इन बंदियों में पूर्व मंत्री अंगद यादव पूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्रा विक्रम सिंह कलीम जमाई धर्मेंद्र पासी व सचिन पांडे जैसे राजनीतिक अपराधियों के साथ पेशेवर अपराधी भी शामिल हैं।

बाइट पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह
बाइट जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766 900
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