आजमगढ़ः जिले में घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में नदी के किनारे रहने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लगातार घाघरा में बढ़ रहे पानी से 183 गांव बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. इसके साथ ही जनपद में 62 ऐसे गांव हैं, जहां से संपर्क मार्ग कट गया है. हालांकि, जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों की पूरी मदद कर रहा है.
डीएम राजेश कुमार का कहना है कि बाढ़ से गांव में कटान हो रहा है. 183 गांव बाढ़ से प्रभावित है. जलभराव से प्रभावित 58 ग्राम हैं, जबकि 62 ग्राम ऐसे हैं, जिनका संपर्क कट गया है. इन गावों में राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है. जिला अधिकारी ने बताया कि बाढ़ से अब तक 63,686 जनसंख्या प्रभावित हुई है. इसके साथ ही अब तक 12 गांव के निवासियों को बाढ़ शरणालय में पहुंचाया गया है.
जिलाधिकारी ने बताया कि 65 बाढ़ शरणालय की स्थापना की गई है, जिसमें 7 संचालित हैं. यहां पर रहने वाले लोगों की संख्या 514 है. घाघरा में लगातार बढ़ रहे जलस्तर से 60,266 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है. अब तक 340 नावें लगाई गई हैं. जनपद में बाढ़ को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम भी लगाई गई है और दो पीएससी की फ्लड बटालियन लगाई गई है. इसके साथ ही 35,286 पशुओं का टीकाकरण किया गया. उन पशुओं के लिए 433 कुंतल भूसा का वितरण भी किया जा चुका है. इसके साथ ही 11,000 परिवारों में 55,000 लीटर मिट्टी का तेल भी वितरित कर दिया गया है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को समस्याओं का सामना न करना पड़े.
बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद के सगड़ी तहसील के देवारा क्षेत्र में घाघरा नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन का दावा है कि प्रभावित लोगों के लिए माकूल व्यवस्था की गई है.