अयोध्याः भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद संजय सिंह पहली बार अयोध्या पहुंचे. उनके साथ कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे. अयोध्या पहुंचने पर संजय सिंह ने हनुमानगढ़ी में दर्शन और पूजन किया और अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत ज्ञान दास का आशीर्वाद लिया. इस दौरान बड़ी संख्या में हनुमानगढ़ी के नागा संत और पहलवान नवनिर्वाचित अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए मौजूद थे. इस दौरान फूल मालाओं से वर्तमान अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्ष का नागा संतो ने स्वागत किया.
जूनियर पहलवानों को अच्छे अवसर प्राप्त होंगे
दर्शन कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि 'हनुमानगढ़ी से मेरा बहुत पुराना नाता है. यहां के महंत ज्ञान दास ने खून देकर मेरी जान बचाई थी. मेरी राजनीतिक पृष्ठभूमि में उनकी बड़ी भूमिका है. जब कोई विपत्ति आई तो अयोध्या के साधु संतों ने हमेशा मेरा साथ दिया है. इस बार भी उनके आशीर्वाद से कुश्ती के उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त हो रहा है.' कुश्ती संघ के चुनाव के सवाल पर बृजभूषण सिंह ने कहा कि 'मैं इसे किसी की हार या जीत से जोड़कर नहीं देखता. यह कुश्ती के उज्जवल भविष्य की जीत है. आने वाले समय में जूनियर पहलवानों को अच्छे अवसर प्राप्त होंगे.'
अब खिलाड़ियों की उज्जवल भविष्य के लिए होगा काम
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि 'मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि देशभर के पहलवानों का भविष्य अब उज्जवल होगा. मैं किसी के ऊपर कोई व्यक्तिगत टिप्पणी करने नहीं आया हूं. मैं अयोध्या की धरती से हरियाणा के पहलवानों की जय बोलता हूं. पूरे देश के पहलवानों की जय बोलता हूं. नए कुश्ती संघ के अध्यक्ष के रूप में संजय सिंह बेहतर कार्य करेंगे. धर्म, जाति, मजहब, पंथ व संप्रदाय और राज्य के आधार पर खेल का वर्गीकरण नहीं होगा. सभी को बराबर मौका मिलेगा और भारत की कुश्ती का भविष्य उज्जवल होगा इसका मुझे पूरा विश्वास है.'
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