अयोध्या: पटरंगा थाना क्षेत्र में प्रेमी युगल पर घातक हमले के बाद मामले में कार्रवाई को लेकर प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस उन्हें बेवजह परेशान कर रही है. आरोप है कि पुलिस ग्रामीणों को बेवजह घर से उठा रही है और उन्हें छोड़ने के लिए 50- 50 हजार रुपये घूस की मांग कर रही है.
ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया है रिश्वत लेने का आरोप. मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि दोषियों के साथ निर्दोष ग्रामीणों को भी झूठे मुकदमे दर्ज कर फंसाया जा रहा है. उनका कहना है कि जबरन पुलिस ग्रामीणों को उठाकर थाने ला रही है और पैसा देने के बाद उन्हें छोड़ रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस उन्हें छोड़ने के लिए 50- 50 हजार रुपये की मांग कर रही है.
ग्रामीणों ने की एक प्रेमी युगल की पिटाईमामला अयोध्या के पटरंगा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव का है. 27 जनवरी को मध्य रात्रि में पिपरा गांव में ग्रामीणों ने एक प्रेमी युगल को आपत्तिजनक स्थिति में देखा, जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने दोनों की जमकर पिटाई कर दी. उसके बाद धारदार हथियार से हमला कर उनकी नाक काट दी थी. मारपीट में प्रेमी युगल बुरी तरह घायल हो गया था. घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पटरंगा थाना पुलिस ने उन्हें स्थानीय सीएचसी में भर्ती कराया. जिसके बाद गंभीर हालत के चलते उन्हें लखनऊ के ट्रामा सेंटर में रिफर कर दिया गया. घायल प्रेमी के अनुसार वह महिला से पिछले 6 साल से संपर्क में था. घटना से 1 दिन पहले से वह महिला के साथ था. ग्रामीण उसकी खोजबीन कर रहे थे.
पुलिस ने किया मामला दर्जमामले में पुलिस ने प्रेमिका के परिजनों समेत कुल 9 लोगों पर मामला दर्ज किया है. आरोपी महिला के ससुर को गिरफ्तार करने के बाद अन्य लोगों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जा रही है. फरार चल रहे आरोपियों की पूछताछ के लिए पुलिस गांव में दबिश दे रही है. मामले में पुलिस की कार्रवाई को लेकर अब ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पुलिस उन्हें झूठे केसों में फंसा रही है और उसके बाद पैसा लेकर उन्हें छोड़ रही है. मामले में पुलिस की कार्रवाई का विरोध करने के लिए बृहस्पतिवार को पिपरा गांव के लोग अयोध्या के गांधी पार्क में एकत्रित हुए. उन्होंने प्रशासन से घटना के दोषियों के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि पुलिस उन्हें बेवजह परेशान कर रही है, जबकि गांव के कुछ ही लोग दोषी है.
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ग्रामीणों की शिकायत को संज्ञान में लिया गया है. पुलिस बिना वरिष्ठ अधिकारी की उपस्थिति के गांव में दबिश नहीं देगी. ग्रामीणों के बेवजह पुलिस द्वारा परेशान करने की जांच की जाएगी. कार्यवाही को लेकर घूस लेने के मामले में अलग से प्रार्थना पत्र प्राप्त किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
-धर्मेंद्र कुमार यादव, क्षेत्राधिकारी