अयोध्या: जिले में शिक्षकों के समायोजन में भ्रष्टाचार के आरोप का मामला सामने आया है. जिसके बाद से जिले भर के सरकारी और अर्ध सरकारी शिक्षक सड़कों पर प्रदर्शन करने लगे. सरकारी और अर्ध सरकारी शिक्षकों का आरोप है कि नई शिक्षा नीति के अनुसार हो रहे शिक्षकों के समायोजन में गड़बड़ी की गई है.
शिक्षकों ने लगाए गंभीर आरोप-
बीएसए अयोध्या ने 14 तारीख को एक सूची नेट पर अपलोड की थी. उनका कहना था कि शिक्षक इस पर दो दिन में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं.15 अगस्त का अवकाश था और शुक्रवार को जब हम इस पर आपत्ति दर्ज कराना चाह रहें हैं तो हम लोगों को गुमराह किया जा रहा है.
हमें कभी बीएसए ऑफिस तो कभी डायट कार्यालय में पहुंचने को कहा जा रहा है. जबकि यहां विकास भवन में यह लोग काउंसलिंग कर अपने पहचान वालों को लिस्ट में शामिल कर रहें है और अन्य पात्रों में कुछ न कुछ कमियां दिखाकर उनका आवेदन रद्द कर रहे हैं.
डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने सदन में कहा था कि किसी भी प्रधानाध्यापक को कहीं और समायोजित नहीं किया जाएगा. बीएसए उनके आदेश का पालन न करते हुए प्रधानाध्यापकों का समायोजन कर रही है.
सभी शिक्षक बीएसए की इस कार्यशैली का विरोध कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि अगर विधिसम्मत रुप से समायोजन नहीं किया गया तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाने को बाध्य होंगे.
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