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अयोध्या: बीएसए पर लगा समायोजन में घोटाले का आरोप, शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

अयोध्या जिले में नई शिक्षा नीति के अनुसार हो रहे शिक्षकों के समायोजन में गड़बड़ी मामला सामने आया है. शिक्षकों के समायोजन की कांउसिलिंग विकास भवन में की जा रही है. जिसके बाद से जिले भर के सभी प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों और विभिन्न शिक्षक संघों ने विकास भवन में जमकर हंगामा किया.

प्रदर्शन करते शिक्षक.
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Published : Aug 17, 2019, 7:53 AM IST

अयोध्या: जिले में शिक्षकों के समायोजन में भ्रष्टाचार के आरोप का मामला सामने आया है. जिसके बाद से जिले भर के सरकारी और अर्ध सरकारी शिक्षक सड़कों पर प्रदर्शन करने लगे. सरकारी और अर्ध सरकारी शिक्षकों का आरोप है कि नई शिक्षा नीति के अनुसार हो रहे शिक्षकों के समायोजन में गड़बड़ी की गई है.

मामले की जानकारी देते प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष.

शिक्षकों ने लगाए गंभीर आरोप-
बीएसए अयोध्या ने 14 तारीख को एक सूची नेट पर अपलोड की थी. उनका कहना था कि शिक्षक इस पर दो दिन में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं.15 अगस्त का अवकाश था और शुक्रवार को जब हम इस पर आपत्ति दर्ज कराना चाह रहें हैं तो हम लोगों को गुमराह किया जा रहा है.

हमें कभी बीएसए ऑफिस तो कभी डायट कार्यालय में पहुंचने को कहा जा रहा है. जबकि यहां विकास भवन में यह लोग काउंसलिंग कर अपने पहचान वालों को लिस्ट में शामिल कर रहें है और अन्य पात्रों में कुछ न कुछ कमियां दिखाकर उनका आवेदन रद्द कर रहे हैं.

डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने सदन में कहा था कि किसी भी प्रधानाध्यापक को कहीं और समायोजित नहीं किया जाएगा. बीएसए उनके आदेश का पालन न करते हुए प्रधानाध्यापकों का समायोजन कर रही है.

सभी शिक्षक बीएसए की इस कार्यशैली का विरोध कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि अगर विधिसम्मत रुप से समायोजन नहीं किया गया तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाने को बाध्य होंगे.

ये भी पढे़ं- शिक्षा विभाग में बड़ी कार्रवाई, 140 शिक्षकों का रोका गया एक दिन का वेतन

अयोध्या: जिले में शिक्षकों के समायोजन में भ्रष्टाचार के आरोप का मामला सामने आया है. जिसके बाद से जिले भर के सरकारी और अर्ध सरकारी शिक्षक सड़कों पर प्रदर्शन करने लगे. सरकारी और अर्ध सरकारी शिक्षकों का आरोप है कि नई शिक्षा नीति के अनुसार हो रहे शिक्षकों के समायोजन में गड़बड़ी की गई है.

मामले की जानकारी देते प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष.

शिक्षकों ने लगाए गंभीर आरोप-
बीएसए अयोध्या ने 14 तारीख को एक सूची नेट पर अपलोड की थी. उनका कहना था कि शिक्षक इस पर दो दिन में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं.15 अगस्त का अवकाश था और शुक्रवार को जब हम इस पर आपत्ति दर्ज कराना चाह रहें हैं तो हम लोगों को गुमराह किया जा रहा है.

हमें कभी बीएसए ऑफिस तो कभी डायट कार्यालय में पहुंचने को कहा जा रहा है. जबकि यहां विकास भवन में यह लोग काउंसलिंग कर अपने पहचान वालों को लिस्ट में शामिल कर रहें है और अन्य पात्रों में कुछ न कुछ कमियां दिखाकर उनका आवेदन रद्द कर रहे हैं.

डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने सदन में कहा था कि किसी भी प्रधानाध्यापक को कहीं और समायोजित नहीं किया जाएगा. बीएसए उनके आदेश का पालन न करते हुए प्रधानाध्यापकों का समायोजन कर रही है.

सभी शिक्षक बीएसए की इस कार्यशैली का विरोध कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि अगर विधिसम्मत रुप से समायोजन नहीं किया गया तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाने को बाध्य होंगे.

ये भी पढे़ं- शिक्षा विभाग में बड़ी कार्रवाई, 140 शिक्षकों का रोका गया एक दिन का वेतन

Intro:अयोध्या. अयोध्या जिले में एक नए तरीके से गोपनीय भ्रष्टाचार करने का मामला आज सामने आया, जिसके बाद से जिले भर के सरकारी और अर्ध सरकारी शिक्षक सड़को पर प्रदर्शन करने लगे। नई शिक्षा नीति के अनुसार हो रहे शिक्षकों के समायोजन में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुये जनपद के सभी प्रथमिक विद्यालयों के अध्यापकों और विभिन्न शिक्षक संघों ने विकास भवन में चल रही समायोजन कांउसिलिंग में जमकर हंगामा किया।उनका आरोप है, बीएसए अयोध्या ने 14 तारीख को एक सूची नेट पर अपलोड की और कहा कि शिक्षक इस पर दो दिन में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। कल15 अगस्त का अवकाश था और आज जब हम इस पर आपत्ति दर्ज कराना चाह रहें हैं तो हम लोगों को गुमराह करके कभी बी एस ए आफिस कभी डायट कार्यालय में पहुँचने को कहा जा रहा, जबकि यहाँ विकास भवन में यह लोग काउंसिलिंग करके अपने चहेतों को लिस्ट में शामिल कर रहें है और पात्रों में कुछ न कुछ कमिया दिखा कर उनका आवेदन रद्द कर दे रहें हैं। Body:ये गोपनीय भ्रष्टाचार इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा द्वारा सदन में कहा गया था , कि किसी भी प्रधानाध्यापक को कहीं और समायोजित नहीं किया जायेगा।
लेकिन बी एस ए उसका भी पालन न करते हुये।प्रधानाध्यापकों का भी समायोजन कर रही हैं। सभी शिक्षक बी एस ए की इस कार्यशैली का विरोध कर रहे हैं और सबका कहना है कि अगर विधि सम्मत रुप से समायोजन नहीं किया गया वह अदालत का दरवाजा खटखटाने को बाध्य होंगे ।

BYTE- नीलमणि त्रिपाठी अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ
BYTE- महिला टीचरConclusion:उत्तर प्रदेश सरकार की नई शिक्षा नीति के जरिए बीएसए जिला अयोध्या अपनी मनमानी पर उतारू हो गए हैं 15 अगस्त की देर रात एक लिस्ट जारी करते हुए 16 अगस्त को अचानक से छुपा कर काउंसलिंग कराए गए टीचरों की जॉइनिंग लिस्ट चिपका दी जाती है चोरी छुपे ऐसा काम क्यों किया गया इसका जवाब फिलहाल ना तो जिला प्रशासन के पास है और ना ही बेसिक शिक्षा अधिकारी के पास लेकिन एक बात तो तय है कि योगी सरकार में जिस तरह से अधिकारियों अपने मनमानी पर उतारू हो गए हैं उससे न सिर्फ सरकार की किरकिरी हो रही है बल्कि जिन टीचरों को पढ़ाना चाहिए वह सड़क पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होते हैं ऐसे में जल्दी ही कोई फैसला नहीं लिया गया तो निश्चित तौर पर यह एक बड़े भ्रष्टाचार का रूप ले लेगा जो सीधे अयोध्या जिले के बीएसए के भ्रष्टाचार को देखते हुए पूरे प्रदेश के बीएसए इसी तर्ज पर नियुक्तियां करने लगेंगे सवाल यह है कि जब आल्हा अधिकारी ही पैसे लेकर ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति करेंगे तो बच्चों को क्वालिटी शिक्षा कैसे दी जाएगी जल्दी ही यह मामला नहीं निपटा तो निश्चित तौर पर जिन टीचरों के ऊपर पढ़ाने की जिम्मेदारी है वह सत्र की शुरुआत से लेकर अंत तक प्रदर्शन ही करते रहेंगे ऐसे में बच्चों का भविष्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रहमो करम पर एक बार फिर से आकर टिक गया है कि कब महाराज अपना त्रिनेत्र खोलेंगे और अयोध्या जिले में फैले भ्रष्टाचार के इन अधिकारियों को उनकी सही जगह दिखाएंगे।

Note: (वौइस् ओवर का 3सेकंड अगली बाइट पर चढ़ गया है, कृपया ठीक करें। यहां से वौइस् ओवर एडिट करना संभव नहीं।)
Dinesh Mishra
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