अयोध्या: सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या भूमि विवाद में दाखिल की गई 18 पुनर्विचार याचिकाओं को गुरुवार को खारिज कर दिया. इस पर विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कहा कि कुछ लोग इसी बात से दुखी हैं कि फैसला क्यों आ गया और अब रिव्यू पिटीशन खारिज होने के बाद से उन्हें रात भर नींद नहीं आएगी. सही मायने में श्रीरामलला का टेंट में रहने का वनवास अब खत्म हो चुका है और अब तो वह ठाठ से अपने मंदिर में रहेंगे.
शरद शर्मा ने कहा कि 9 नवम्बर 2019 को ही सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया था. आज 70 साल का जो वनवास मिला था, वह अब खत्म हो चुका है. जिसके बाद निर्विवाद रूप से दिव्य और भव्य राम मंदिर बनेगा.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से जो रिव्यू पिटीशन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दायर की थी, इस पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने दोपहर 1 बजकर 40 मिनट पर सुनवाई की. पूरे देश की निगाहें फिर से उसी संवैधानिक पीठ पर थी. देर शाम 4 बजकर 30 मिनट पर सुप्रीम कोर्ट ने 18 पुनर्विचार याचिकाओं को खारिज कर दिया है.