अयोध्या : भगवान श्रीराम का सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा लड़ने वाले श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के फाउंडर सदस्य केशव परासरण रविवार को अयोध्या पहुंचे. अयोध्या पहुंचकर उन्होंने हनुमानगढ़ी व राम जन्मभूमि में रामलला का दर्शन पूजन किया. भगवान श्रीराम लला की आरती में शामिल हुए और मंदिर निर्माण की प्रक्रिया की जानकारी ली. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि केशव परासरण इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय में उनके सलाहकार हुआ करते थे.
चंपत राय ने बताया कि केशव पारासरण रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आए हैं. रामलला के दर्शन करने के बाद उन्होंने मंदिर की प्रगति का कार्य देखा और तराशे गए पत्थरों की नक्काशी देखी. परासरण हिंदू कानून के बड़े जानकार हैं, रामलला का मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में इन्हीं के माध्यम से रामलला के पक्ष में तर्क दिया गया था. रामलला के पक्ष में आए फैसले को लेकर पहली बार केशव परासरण अयोध्या आए थे.
चंपत राय ने बताया केशव परासरण ने रामलला के पक्ष में खड़े रहकर लगभग 2 घंटे तक तर्क दिए थे. श्रीराम के पक्ष में फैसले के वक्त आखिरी बहस के दरमियान वह लगभग 16 से 17 घंटा बोले हैं. चंपत राय ने कहा कि 6 महीने तक रामलला के फाइल के अलावा उन्होंने कोई दूसरा फाइल नहीं देखा. वह केवल राम लला का केस देखने कोर्ट में आते थे. 26 नवंबर 2020 को परासरण रामलला के मुकदमे में फैसले के प्रति रामलला को समर्पित करने खुद आए थे. तत्कालीन कमिश्नर ने फैसले के प्रति को रामलला के तरफ से स्वीकार किया था, वह जजमेंट रिकॉर्ड रूम में रखा गया है. केशव पारासर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के फाउंडर ट्रस्टी भी हैं.
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