अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से सभी पक्ष फैसले का स्वागत कर रहे हैं. वहीं इस पर तपस्वी छावनी के आचार्य पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी परमहंस दास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले का सुप्रीम सम्मान दोनों समुदाय के लोग कर रहे हैं. पूरे देश में जहां एक तरफ मुसलमान खुशी से झूम रहे हैं तो वहीं हिन्दू भी काफी खुश हैं.
फैसले का दोनों समुदाय के लोगों ने किया स्वागत
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान आचार्य पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी परमहंस दास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले का सुप्रीम सम्मान दोनों समुदाय के लोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि मंदिर और मस्जिद दोनों एक ही जगह पर बनता तो यह न हिन्दू के लिए अच्छा होता और न ही मुसलमानों के लिए. इससे भविष्य में कभी भी टकराव हो सकता था.
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इस फैसले से हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा और होगा मजबूत
पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी परमहंस दास ने कहा कि मुसलमानों को 5 एकड़ जमीन दी गई है. वहां पर जो मस्जिद बनेगी वहां पर हिन्दू लोग जाकर कार सेवा करेंगे. जहा पर राममंदिर बनेगा वहां पर करोड़ों मुसलमान आकर कार सेवा करेंगे. इस फैसले से हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा और मजबूत हुआ है. हम लोग हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई बाद में हैं, सबसे पहले हम लोग भारतीय हैं.
उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम हमारे पूर्वज पहले थे अब भी है और आगे भी रहेंगे. पूरा विश्व आज के इस ऐतिहासिक फैसले से उत्साहित और खुश है. परमहंस दास ने कहा कि यदि कोई हिन्दू मुसलमान के बीच नफरत फैलाने का काम करेगा तो हम दोनों समुदाय के लोग सरकार से मांग करेंगे कि उसकी नागरिकता खत्म की जाए.