अयोध्याः रामनगरी के कारसेवक पुरम में अखिल भारतीय शारीरिक वर्ग प्रशिक्षण शाखा के तीन दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होने अयोध्या पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत समापन सत्र के बाद राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे. परिसर में पहुंचने के बाद उन्होंने रामलला का विधिवत दर्शन और पूजन किया. इसके बाद उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य को बेहद करीब से देखा. इस दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय सहित ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. संघ प्रमुख ने मंदिर निर्माण को लेकर कार्यदाई संस्था के तकनीकी विशेषज्ञों से बातचीत भी की और आगे की निर्माण प्रक्रिया को बेहद बारीकी से समझा.
19 अक्टूबर की देर शाम अयोध्या पहुंचे संघ प्रमुख आज 21 अक्टूबर की शाम लखनऊ के लिए रवाना हो गए. अयोध्या से जाने के पहले वह करीब 3:45 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे. जहां उन्होंने 40 मिनट बिताए. सबसे पहले उन्होंने अस्थाई मंदिर में जाकर रामलला के दर्शन पूजन किये और उसके बाद उनकी आरती उतारी. रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास ने उन्हें रामचरितमानस और अंग वस्त्र भेंट किए. दर्शन पूजन के बाद संघ प्रमुख उस स्थान पर गए, जहां रामलला का भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है. निर्माण एजेंसी एलएनटी ने मंदिर के मानचित्र के जरिए उन्हें पूरी निर्माण प्रक्रिया समझाई. जिसके बाद उन्होंने एलएनटी के इंजीनियरों से परिचय प्राप्त किया और निर्माण प्रक्रिया को लेकर कई सवाल किये.
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ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि संघ संचालक परम पूज्य मोहन भागवत जी अयोध्या पधारे हमारी स्वाभाविक इच्छा थी कि वो निर्माण कार्य देखें. वह देश में घूमते रहते हैं, उनको सुन-सुनकर जानकारी मिलती है. कभी-कभी हम ही संदेश दे देते हैं. लेकिन आंखों से देखने का असर अलग होता है. इसलिए उन्होंने भगवान के दर्शन किए आरती की जमीन में से जो विशाल पत्थर निकले थे, उन्होंने उनका दर्शन किया. कंस्ट्रक्शन स्थान तक वो गए और उनको उसी स्थान तक ले जाया गया, जहां राष्ट्रपति महोदय को ले जाया गया था. उससे आगे वह नहीं गए.