ETV Bharat / state

अयोध्या: रामनगरी में कल से खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल, सुनिए क्या कहते हैं संत... - महंत राजू दास

यूपी के अयोध्या में भक्तों और पुजारियों को भगवान के मंदिरों के पट खुलने का बेसब्री से इंतजार था. वहीं अब रामनगरी में कल यानी 8 जून से सभी धार्मिक स्थल खोले जा रहे हैं. लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से मंदिरों के कपाट खोले जाने को लेकर श्री हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत का क्या कहना है. जरा आप भी सुनिए...

श्री हनुमानगढ़ी मंदिर
श्री हनुमानगढ़ी मंदिर
author img

By

Published : Jun 7, 2020, 12:56 PM IST

Updated : Jun 7, 2020, 2:46 PM IST

अयोध्या: रामनगरी के मंदिरों में साधु-संतों और मंहतों की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. अनलॉक-1 में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच अयोध्या में भक्तों और पुजारियों को मंदिरों के पट खुलने का बेसब्री से इंतजार था. वहीं अब रामनगरी में कल यानी 8 जून से सभी धार्मिक स्थल खोले जा रहे हैं. ईटीवी भारत ने अयोध्या के प्रसिद्ध श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास से मदिरों के खुलने को लेकर बातचीत की, जिसमे महंत ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कल से सभी धार्मिक स्थल खोले जाएंगे.

अयोध्या में कल से खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल

कल से खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल

श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने बताया कि 8 जून (सोमवार) से अयोध्या में मठ-मंदिर, मस्जिदों, गुरुद्वारा और चर्च को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश को लेकर गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन जारी हो चुकी है. ऐसे में मंदिरों की नगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं के प्रवेश को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही हैं.

raw image
raw image

लॉकडाउन में मठ-मंदिरों की अर्थव्यवस्था चरमराई

अयोध्या में हजारों की संख्या में मंदिर है. जहां मंदिर स्टाफ और भक्तों के साथ-साथ गरीबों को प्रसाद के रूप में मुफ्त भोजन वितरित किया जाता है. यह व्यवस्था निरंतर चली आ रही है. इसके साथ ही वहां के स्टाफ के कर्मचारियों के वेतन और सेवादारों के खर्चे का भार भी मंदिर ट्रस्ट के ऊपर रहता है. मंदिर ट्रस्ट की आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह श्रद्धालुओं पर निर्भर होती है. ऐसे में कोरोना महामारी को लेकर 2 महीने से अधिक समय से मंदिर बंद रहने से, ट्रस्ट की आर्थिक स्थिती खराब होने के कगार पर आ गई थी. अनलॉक-1 में शासन ने मंदिरों को खोलने की अनुमति दी है, इससे उम्मीद है कि ट्रस्ट की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा.

संतों-महंतों ने मंदिरों को खोलने की रखी थी मांग

महंत राजू दास ने बताया कि मंदिरों की अर्थव्यवस्था चरमराने लगी थी. मंदिर प्रशासन पर खर्चे का दबाव बढ़ने लगा था. ऐसे में अयोध्या के संतों ने शासन और प्रशासन से स्थानीय स्तर पर मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति देने की मांग की थी. जिस पर विचार करते हुए शासन ने 8 जून से मंदिरों और मठों को खोलने का निर्णय लिया है. महंत राजू दास के साथ-साथ सभी संतों और महंतों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है.

श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर प्रशासन के लिए चुनौती

कोरोना संक्रमण के बीच श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति मंदिर स्टाफ के लिए एक चुनौती है. महंत राजू दास का कहना है कि शुरूआती दिनों में मंदिर परिसर में होने वाली भीड़ से निपटने के लिए स्टाफ की तैनाती की जाएगी. साथ ही मंदिर में आने वाले लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मॉस्क लगाने के बाद ही प्रवेश मिलेगा. मंदिर के अंदर किसी भी दशा में भीड़ नहीं लगने दी जाएगी.

अयोध्या: रामनगरी के मंदिरों में साधु-संतों और मंहतों की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. अनलॉक-1 में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच अयोध्या में भक्तों और पुजारियों को मंदिरों के पट खुलने का बेसब्री से इंतजार था. वहीं अब रामनगरी में कल यानी 8 जून से सभी धार्मिक स्थल खोले जा रहे हैं. ईटीवी भारत ने अयोध्या के प्रसिद्ध श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास से मदिरों के खुलने को लेकर बातचीत की, जिसमे महंत ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कल से सभी धार्मिक स्थल खोले जाएंगे.

अयोध्या में कल से खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल

कल से खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल

श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने बताया कि 8 जून (सोमवार) से अयोध्या में मठ-मंदिर, मस्जिदों, गुरुद्वारा और चर्च को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश को लेकर गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन जारी हो चुकी है. ऐसे में मंदिरों की नगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं के प्रवेश को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही हैं.

raw image
raw image

लॉकडाउन में मठ-मंदिरों की अर्थव्यवस्था चरमराई

अयोध्या में हजारों की संख्या में मंदिर है. जहां मंदिर स्टाफ और भक्तों के साथ-साथ गरीबों को प्रसाद के रूप में मुफ्त भोजन वितरित किया जाता है. यह व्यवस्था निरंतर चली आ रही है. इसके साथ ही वहां के स्टाफ के कर्मचारियों के वेतन और सेवादारों के खर्चे का भार भी मंदिर ट्रस्ट के ऊपर रहता है. मंदिर ट्रस्ट की आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह श्रद्धालुओं पर निर्भर होती है. ऐसे में कोरोना महामारी को लेकर 2 महीने से अधिक समय से मंदिर बंद रहने से, ट्रस्ट की आर्थिक स्थिती खराब होने के कगार पर आ गई थी. अनलॉक-1 में शासन ने मंदिरों को खोलने की अनुमति दी है, इससे उम्मीद है कि ट्रस्ट की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा.

संतों-महंतों ने मंदिरों को खोलने की रखी थी मांग

महंत राजू दास ने बताया कि मंदिरों की अर्थव्यवस्था चरमराने लगी थी. मंदिर प्रशासन पर खर्चे का दबाव बढ़ने लगा था. ऐसे में अयोध्या के संतों ने शासन और प्रशासन से स्थानीय स्तर पर मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति देने की मांग की थी. जिस पर विचार करते हुए शासन ने 8 जून से मंदिरों और मठों को खोलने का निर्णय लिया है. महंत राजू दास के साथ-साथ सभी संतों और महंतों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है.

श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर प्रशासन के लिए चुनौती

कोरोना संक्रमण के बीच श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति मंदिर स्टाफ के लिए एक चुनौती है. महंत राजू दास का कहना है कि शुरूआती दिनों में मंदिर परिसर में होने वाली भीड़ से निपटने के लिए स्टाफ की तैनाती की जाएगी. साथ ही मंदिर में आने वाले लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मॉस्क लगाने के बाद ही प्रवेश मिलेगा. मंदिर के अंदर किसी भी दशा में भीड़ नहीं लगने दी जाएगी.

Last Updated : Jun 7, 2020, 2:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.