अयोध्या: संविदा शिक्षकों के अनुमोदन में हुई गड़बड़ी को लेकर अवध विश्वविद्यालय ने बड़ा खुलासा किया है, जिसके बाद एक बार फिर से एक से अधिक अनुमोदन के चलते 50 महाविद्यालयों के 62 संविदा शिक्षकों की नौकरी खतरे में आ गई है. अवध विश्वविद्यालय से अनुमोदित कई शिक्षकों की संबद्धता छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कॉलेजों में भी पाई गई है.
विश्वविद्यालय द्वारा इस संबंध में ऑनलाइन जांच की गई, जिसमें शिक्षकों के अभिलेख और अन्य शैक्षणिक अभिलेखों की पड़ताल की गई. जांच के दौरान गड़बड़ी पाए जाने के बाद अवध विश्वविद्यालय के कुलसचिव रामचंद्र अवस्थी ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलसचिव को पत्र भेजा है, जिसमें दोहरे अनुमोदन को निरस्त करने की सिफारिश की गई है. वहीं अवध विश्वविद्यालय के इस निर्णय के बाद संबंधित महाविद्यालयों पर भी कार्रवाई की जा सकती है.
संविदा शिक्षकों के अनुमोदन में गड़बड़ी
- मामला जनपद के डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय का है, जहां संविदा शिक्षकों के अनुमोदन में गड़बड़ी पाई गई है.
- बता दें कि शिक्षकों के दोहरे अनुमोदन को लेकर पिछले दिनों विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत की गई थी.
- जिसके बाद जांच में 62 शिक्षक का अनुमोदन कानपुर विश्वविद्यालय और अवध विश्वविद्यालय दोनों जगह पाया गया.
- अब अवध विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलसचिव को पत्र लिखा है.
- जिसमें 62 अलग-अलग विद्यालयों में अनुमोदित शिक्षकों का अनुमोदन निरस्त करने की सिफारिश की गई है.