अयोध्या: अनलॉक-1 में रामलला का दरबार श्रद्धालुओं के लिए खुल गया है. ढाई महीने बाद राम जन्मभूमि परिसर में पहुंच रहे लोगों को यहां काफी परिवर्तन दिख रहा है. इससे पहले श्रद्धालु रामलला को टेंट में देखा करते थे. कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन के चलते श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था. हालांकि इस दौरान मंदिर में पुजारियों द्वारा पूजा पाठ किया जाता था, लेकिन श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति नहीं थी. केंद्र सरकार ने सोमवार से मंदिरों को श्रद्धालु के लिए खोल दिया है.
5 श्रद्धालुओं को एक साथ होंगे दर्शन
देशभर में धार्मिक स्थलों के खुलने के साथ ही रामनगरी में भी श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं. आमतौर पर रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को लंबी कतार में घंटों खड़े होकर इंतजार करना पड़ता था, लेकिन सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अब अधिकतम 5 श्रद्धालुओं को एक साथ राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है. पहले दिन बेहद कम संख्या में श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए.
अत्याधुनिक गर्भ गृह में रामलला के दर्शन
रामलला के दर्शनार्थियों को किसी भी प्रकार का चढ़ावा, प्रसाद या फिर फूल माला राम जन्मभूमि परिसर में ले जाने की अनुमति नहीं है. रामलला को लगने वाले भोग को प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को वितरित किया जा रहा है. राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के मूल स्थल पर समतलीकरण का कार्य शुरू होने से पहले ट्रस्ट ने भगवान को अस्थाई अत्याधुनिक गर्भगृह में स्थापित कर दिया था.
राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं को रामलला के उनके भाइयों के साथ अत्याधुनिक बुलेट प्रूफ एसी युक्त गर्भगृह में दर्शन हो रहे हैं. ट्रस्ट ने राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा की दृष्टि से लगाई गई सभी बैरिकेडिंग को हटा दिया है. ऐसे में श्रद्धालुओं को रामलला के दरबार में बहुत कुछ बदला हुआ नजर आ रहा है.