अयोध्या : श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान श्रीरामलला का 72वां प्राकट्य उत्सव समारोह आरंभ हो गया. श्रीराम जन्मभूमि सेवा समिति द्वारा क्षीरेश्वरनाथ मंदिर पर परंपरागत कलश पूजन कर समारोह का आरंभ किया गया. ये आयोजन नौ दिनों तक चलेगा.
14 जनवरी को गर्भगृह में पूजन के लिए रामलला के पुजारी को दिया जाएगा कलश
समिति के महामंत्री राम प्रसाद मिश्र, सह संयोजक पराग मिश्र को पुजारी राज लालजी मिश्र व शिवकुमार मिश्र ने कलश पूजन कराया. समिति के महामंत्री राम प्रसाद मिश्र ने बताया कि 14 जनवरी को गर्भगृह में पूजन के लिए रामलला के पुजारी को कलश दिया जाएगा.
यह कलश दो दिन तक रामलला के दरबार में पूजित होगा, उसके बाद उसे समिति द्वारा वापस लिया जाएगा. इसी रामलला के पूजित कलश चित्रपट के साथ श्रीराम जन्मभूमि सेवा समिति 16 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि संपर्क मार्ग के सामने से रामलला प्राकट्य दिवस पर शोभा यात्रा निकालेगी.
1949 से रामलला का मनाया जा रहा प्राकट्य दिवस
समिति के प्रमुख पदाधिकारी संजय कुमार शुक्ला ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि सेवा समिति 1949 से ही रामलला का प्राकट्य दिवस मनाते चली आ रही है. उन्होंने बताया कि 16 जनवरी को दोपहर 3:00 बजे क्षीरेश्वर नाथ मंदिर के सामने से रामलला के प्राकट्य दिवस पर उनकी शोभायात्रा निकलेगी.
इस तिथि को समिति प्राकट्य दिवस मनाती आ रही है
महामंत्री रामप्रसाद मिश्र ने बताया कि रामलला का प्राकट्य 22/23 दिसंबर 1949 को हुआ था. इस दिन पौष माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि थी. इस तिथि को समिति
प्राकट्य दिवस मनाती आ रही है. रामलला की शोभायात्रा में रामलला के दरबार में पूजित कलश, चित्रपट के साथ घोड़े पर सवार भगवान राम चारों भईया के स्वरूप व संत-महंत मौजूद रहेंगे.