अयोध्या: कोरोना वायरस के कारण रामकोट की परिक्रमा स्थगित कर दी गई है. रामलला के गर्भ गृह में होने वाली इस परिक्रमा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं. पूर्व भाजपा सांसद ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण परिक्रमा स्थगित करनी पड़ी.
रामकोट रामलला मंदिर परिसर में है. यह परिक्रमा मंदिर के गर्भ गृह की होती है. रामलला की परिक्रमा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद विनय कटियार के साथ अयोध्या के संत शामिल होते हैं.
परिक्रमा का आयोजन विक्रमादित्य महोत्सव समिति की ओर से किया जाता है. कोरोना वायरस के कारण समिति ने परिक्रमा स्थगित करने का निर्णय लिया है.
नव संवत्सर की पूर्व संध्या पर शुरू होती है रामकोट की परिक्रमा
आपको बता दें कि चैत्र नवरात्र का पहला दिन नव संवत्सर का पहला दिन होता है. नया वर्ष शुरू होने से पहले पूर्व संध्या पर रामकोट की परिक्रमा कर श्रद्धालु मौजूदा वर्ष में की गई त्रुटियों कि भगवान से क्षमा मांगते हुए नव वर्ष आने की मंगल कामना करते थे. हिंदी नव वर्ष की शुरुआत से पहले होने वाले रूम रामकोट परिक्रमा का विशेष महत्व है.
24 मार्च को होनी थी रामकोट की परिक्रमा
25 मार्च से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहा है. इससे एक दिन पहले 24 मार्च को रामकोट की परिक्रमा होनी थी. इस परिक्रमा में भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद विनय कटियार के साथ विक्रमादित्य महोत्सव के अध्यक्ष राजकुमार दास अयोध्या के संत शामिल होते हैं.
विनय कटियार ने कहा है कि कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए वह देश के साथ हैं. प्रधानमंत्री की अपील को पूरा देश मानता है. ऐसे में रामकोट की परिक्रमा स्थगित की जाती है. श्रद्धालु घर पर ही रह कर पूजा अर्चना करें और इस महामारी से निपटने में देश का सहयोग करें.
वहीं विक्रमादित्य महोत्सव के अध्यक्ष राजकुमार दास ने कहा कि वे पूर्व राज्यसभा सांसद के फैसले के साथ है. रामनवमी पर रामलीला परिसर में भीड़ कम से कम होनी चाहिए.