अयोध्या: राम नगरी से निकली राम विवाह यात्रा मिथिलांचल में पहुंच चुकी है. मिथिला में इस यात्रा में शामिल संतो का जगह-जगह भव्य स्वागत हो रहा है. 1 दिसंबर को जनकपुर में राम विवाह होना है. यह विवाह मिथिला के पूरे रीति-रिवाज के साथ होता है.
3 दिसंबर को रवाना होगी बारात
अयोध्या के कारसेवक पुरम से रवाना हुई राम बारात 28 नवंबर को जनकपुर पहुंच जाएगी 29 नवंबर को तिलकोत्सव है. तिलकोत्सव के बाद विवाह समारोह 30 नवंबर को होगा. इस अवसर पर कन्या पूजन और मटकोर का कार्यक्रम भी होगा. 2 दिसंबर को राम कलेवा आयोजन होगा. 3 दिसंबर को बारात जनकपुर से अयोध्या के लिए रवाना हो जाएगी.
ईटीवी भारत ने मिथिला नाट्य कला परिषद के कलाकार सुनील कुमार मलिक से बात की. सुनील कुमार गायन का काम करते हैं. उनका कहना है कि मिथिलावासी राम बारात की बेसब्री से प्रतीक्षा करते हैं. भारत आने पर जिस तरह से मिथिलावासी अपनी बेटी की बारात का स्वागत करते हैं उसी तरीके से इस बारात का भव्य स्वागत किया जाता है.
कलेवा के दौरान गाया जाता है गाली गीत
मिथिलावासी सीता को अपनी बहन के रूप में मानते हैं. जिस प्रकार अन्य विवाह समारोह में कलेवा के दौरान मिथिला वासी अपने जमाई को गाली गीत गाते हैं, वैसे ही राम बारात में भी कलेवा के दौरान गाली का गीत गाया जाता है. सुनील मलिक इसे मिथिलावासियों का सौभाग्य मानते हैं.
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सुनील मलिक कहते हैं कि राम भगवान हैं और भगवान को गाली देने का विशेष अधिकार सिर्फ मिथलावासियों का है, क्योंकि वह मिथिलावासियों के जमाई हैं. प्रभु श्री राम मिथिलांचल के लोगों के के गाली गीत बुरा नहीं मानते हैं.