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दशरथ महल में होगा राम विवाह, धूमधाम से निकलेगी बारात - अयोध्या राम सीता विवाह

अयोध्या के दशरथ महल में भगवान राम और माता जानकी का विवाह महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आ चुके हैं.

फुलवारी में राम लक्ष्मण बने कलाकार.
फुलवारी में राम लक्ष्मण बने कलाकार.
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Published : Dec 18, 2020, 4:15 PM IST

अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि फैसले के बाद भगवान राम और सीता के विवाह उत्सव में देश के कई कोने से श्रद्धालु शामिल होने के लिए आ चुके है. अन्य विवाहोत्सव की अपेक्षा इस बार के विवाह में श्रद्धालुओं का उल्लास कई गुना बढ़ गया है. श्रद्धालुओं की ऐसी मनोकामना है कि अयोध्या में बहुत जल्द भगवान राम के जन्म स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा. जहां श्रद्धालु अपने अराध्य का दर्शन-पूजन कर खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे.

आयोध्या में श्रीराम और सीता विवाह की तैयारी.

फुलवारी प्रसंग ने श्रद्धालुओं को किया मंत्रमुग्ध

दशरथ महल में विंदुगद्याचार्य महंत देवेंद्र प्रसाद आचार्य के नेतृत्व में राम विवाह महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. फुलवारी प्रसंग ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर लिया. 19 दिसंबर को भगवान श्रीराम की भव्य बारात मंदिर परिसर से निकाली जाएगी. महंत श्रीदास के नेतृत्व में राष्ट्रीय कथावाचक भरत दास महाराज भगवान की कथा के साथ-साथ रामलीला पुष्प वाटिका का प्रसंग किया गया. 19 दिसंबर को भगवान का भव्य विवाह किया जाएगा. इसके साथ-साथ रंगमहल, राम कचहरी सहित अन्य स्थानों पर भी 19 दिसंबर को भव्य बारात निकाली जाएगी.


श्रद्धालुओं में विवाह का उमंग

किशोरी जी को अपनी पुत्री के रूप में मांगने वाले जानकी महल ट्रस्ट के श्रद्धालुओं में विवाह का उमंग देखते ही बनता है. अपने आराध्य प्रभु श्रीराम की फुलवारी लीला देखने के लिए सुबह से ही माताएं, बहनें तैयार थीं. मंगल गीत के साथ-साथ हाथों में मेहंदी रचाकर सज-धज कर प्रभु श्रीराम और माता जानकी के प्रथम मधुर मिलन की लीला देखने के लिए तैयार है.


पहली बार पुष्प वाटिका में मिले प्रभु राम और माता जानकी

भगवान श्रीराम नगर भ्रमण करते हुए पुष्प वाटिका में पहुंचते हैं. जहां माता जानकी गौरी पूजन के लिए आई हैं. पहली बार प्रभु श्रीराम और माता जानकी का मिलन पुष्प वाटिका में होता है. यह मंगल दृश्य देखकर वहां उपस्थित लोग हर्षित होकर माता जानकी और प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाने लगे.

संतों ने भी देखा यह प्रसंग

पुष्प वाटिका का पूरा मंचन राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास और राजगोपाल मंदिर के महंत कौशल किशोर दास फलाहारी के सानिध्य में मनाया गया.


कार्यक्रम संयोजक ने दी जानकारी

कार्यक्रम के संयोजक आदित्य सुल्तानिया ने बताया कि यहां प्रभु श्रीराम का विवाह मिथिला और मारवाड़ी पद्धति से मनाया जाता है. हम लोग किशोरी जी को पुत्री के रूप में मानते हैं. इसलिए यह प्रभु राम की ससुराल है. यहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आए हैं और विवाह उत्सव के विभिन्न आयोजनों को देखकर भावविभोर हो रहे है. 18 दिसंबर को भगवान का तिलक उत्सव, 19 दिसंबर को भव्य बारात निकाली जाएगी और रात में भगवान का विवाह संपन्न होगा. इस अवसर पर नरेश पोद्दार, रामकुमार शर्मा सहित मंदिर के सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे.

19 को निकलेगी भव्य बारात

रंगमहल में भी भगवान का विवाह उत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. महंत रामशरण दास महाराज ने बताया कि आज भगवान के पुष्प वाटिका का प्रसंग धूमधाम से मनाया गया. बताया कि विवाह उत्सव अपने आप में अलौकिक होता है. शनिवार को भगवान का तिलक उत्सव होगा. 19 दिसंबर को भव्य बारात निकाली जाएगी.

अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि फैसले के बाद भगवान राम और सीता के विवाह उत्सव में देश के कई कोने से श्रद्धालु शामिल होने के लिए आ चुके है. अन्य विवाहोत्सव की अपेक्षा इस बार के विवाह में श्रद्धालुओं का उल्लास कई गुना बढ़ गया है. श्रद्धालुओं की ऐसी मनोकामना है कि अयोध्या में बहुत जल्द भगवान राम के जन्म स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा. जहां श्रद्धालु अपने अराध्य का दर्शन-पूजन कर खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे.

आयोध्या में श्रीराम और सीता विवाह की तैयारी.

फुलवारी प्रसंग ने श्रद्धालुओं को किया मंत्रमुग्ध

दशरथ महल में विंदुगद्याचार्य महंत देवेंद्र प्रसाद आचार्य के नेतृत्व में राम विवाह महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. फुलवारी प्रसंग ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर लिया. 19 दिसंबर को भगवान श्रीराम की भव्य बारात मंदिर परिसर से निकाली जाएगी. महंत श्रीदास के नेतृत्व में राष्ट्रीय कथावाचक भरत दास महाराज भगवान की कथा के साथ-साथ रामलीला पुष्प वाटिका का प्रसंग किया गया. 19 दिसंबर को भगवान का भव्य विवाह किया जाएगा. इसके साथ-साथ रंगमहल, राम कचहरी सहित अन्य स्थानों पर भी 19 दिसंबर को भव्य बारात निकाली जाएगी.


श्रद्धालुओं में विवाह का उमंग

किशोरी जी को अपनी पुत्री के रूप में मांगने वाले जानकी महल ट्रस्ट के श्रद्धालुओं में विवाह का उमंग देखते ही बनता है. अपने आराध्य प्रभु श्रीराम की फुलवारी लीला देखने के लिए सुबह से ही माताएं, बहनें तैयार थीं. मंगल गीत के साथ-साथ हाथों में मेहंदी रचाकर सज-धज कर प्रभु श्रीराम और माता जानकी के प्रथम मधुर मिलन की लीला देखने के लिए तैयार है.


पहली बार पुष्प वाटिका में मिले प्रभु राम और माता जानकी

भगवान श्रीराम नगर भ्रमण करते हुए पुष्प वाटिका में पहुंचते हैं. जहां माता जानकी गौरी पूजन के लिए आई हैं. पहली बार प्रभु श्रीराम और माता जानकी का मिलन पुष्प वाटिका में होता है. यह मंगल दृश्य देखकर वहां उपस्थित लोग हर्षित होकर माता जानकी और प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाने लगे.

संतों ने भी देखा यह प्रसंग

पुष्प वाटिका का पूरा मंचन राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास और राजगोपाल मंदिर के महंत कौशल किशोर दास फलाहारी के सानिध्य में मनाया गया.


कार्यक्रम संयोजक ने दी जानकारी

कार्यक्रम के संयोजक आदित्य सुल्तानिया ने बताया कि यहां प्रभु श्रीराम का विवाह मिथिला और मारवाड़ी पद्धति से मनाया जाता है. हम लोग किशोरी जी को पुत्री के रूप में मानते हैं. इसलिए यह प्रभु राम की ससुराल है. यहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आए हैं और विवाह उत्सव के विभिन्न आयोजनों को देखकर भावविभोर हो रहे है. 18 दिसंबर को भगवान का तिलक उत्सव, 19 दिसंबर को भव्य बारात निकाली जाएगी और रात में भगवान का विवाह संपन्न होगा. इस अवसर पर नरेश पोद्दार, रामकुमार शर्मा सहित मंदिर के सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे.

19 को निकलेगी भव्य बारात

रंगमहल में भी भगवान का विवाह उत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. महंत रामशरण दास महाराज ने बताया कि आज भगवान के पुष्प वाटिका का प्रसंग धूमधाम से मनाया गया. बताया कि विवाह उत्सव अपने आप में अलौकिक होता है. शनिवार को भगवान का तिलक उत्सव होगा. 19 दिसंबर को भव्य बारात निकाली जाएगी.

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