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राम मंदिर प्रोजेक्ट पर लगी मुहर, भारत के 50 धर्माचार्यों के मार्गदर्शन में होगा 'राम काज'

सर्किट हाउस में 3 दिन से चल रही राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक संपन्न हो गई. इसमें लंबे समय तक टिकने वाले राम मंदिर के निर्माण की कार्य योजना को लेकर चर्चा की गई.

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Published : Nov 1, 2020, 10:38 PM IST

Members present in the meeting of Ram temple construction committee.
राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में मौजूद सदस्य.

अयोध्या: सर्किट हाउस में 3 दिन से चल रही राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक संपन्न हो गई. बैठक में लंबे समय तक टिकने वाले राम मंदिर के निर्माण की कार्य योजना को लेकर चर्चा की गई. बैठक में अनुभवी अभियंताओं के आश्वासन के बाद ट्रस्ट के सदस्य मंदिर निर्माण कार्य की योजना को लेकर संतुष्ट हुए. बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह बैठक देश के अनुभवी इंजीनियरों के साथ की गई थी. इस बैठक के बाद राम मंदिर निर्माण को लेकर जो रिजल्ट आएंगे, उसे पूरा देश स्वीकार करेगा.

चंपत राय, महासचिव श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट.

भगवान राम के जन्म स्थान पर बनने वाला 1000 वर्ष की आयु वाले राम मंदिर का निर्माण होगा. ट्रस्ट ने पहले से ही राम मंदिर समर्थकों को यह आश्वासन दिया है. अपनी बात पर खरा उतरने के लिए ट्रस्ट के पदाधिकारी अब मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी संभालने वाले इंजीनियरों से इसकी गारंटी ले चुके हैं. मंदिर निर्माण को लेकर सभी तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करने के लिए पिछले 3 दिन से अयोध्या के सर्किट हाउस में बैठक रही थी. चौथे दिन यह समाप्त हो गई.

भवन निर्माण से जुड़ी तीन एजेंसियों के इंजीनियर थे शामिल

राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य, राम मंदिर के आर्किटेक्ट सीबी सोमपुरा के साथ तीन एजेंसियों के इंजीनियर्स की टीम, लार्सन एण्ड टूब्रो और टाटा इंजीनियरिंग कंपनी इंजीनियर मौजूद रहे. बैठक में मंदिर की नींव का स्वरूप, मैटेरियल के प्रयोग के साथ नींव की आयु और भार क्षमता में वृद्धि को लेकर चर्चा हुई. बैठक में लार्सन एंड टूब्रो और टाटा इंजीनियरिंग कंपनी, सीबीआरआई रुड़की, एनआईटी सूरत और आईआईटी चेन्नई के अनुभवी इंजीनियर्स मौजूद रहे. अक्षरधाम मंदिर के पुजारी ब्रह्मविहारी स्वामी से भी राम मंदिर निर्माण के प्रोजेक्ट को अंतिम रूप देने से पहले सुझाव लिया गया. बैठक के दौरान इंजीनियर की टीम और राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उनसे फोन पर चर्चा की.

राम मंदिर निर्माण का प्रोजेक्ट फाइनल

बैठक में मंदिर निर्माण कार्य को लेकर अंतिम रूप से निर्णय लिया गया. बैठक में शामिल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों मंदिर निर्माण समिति के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी जी महाराज ने कहा कि इस बैठक में प्रारंभिक रूप से मंदिर निर्माण की नीति तय हो गई. राम मंदिर के आर्किटेक्ट सीबी सोमपुरा के साथ एलएनटी और टाटा कंसल्टेंसी के इंजीनियरों की मौजूदगी में कार्य का प्रारंभिक स्वरूप पक्का कर लिया गया है.

धर्माचार्यों की सहमति के बाद सारे प्रोजेक्ट होंगे निर्धारित : गोविंददेव गिरी जी महाराज

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी जी महाराज ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के साथ परिसर के विकास के स्वरूप को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी. बैठक में देशभर के प्रसिद्ध वास्तुविदों से सुझाव मांगने का निर्णय लिया गया. गोविंद देव गिरी जी महाराज ने कहा कि राम मंदिर के साथ परिसर के विकास के प्रोजेक्ट पर देशभर के प्रसिद्ध 40 से 50 प्रसिद्ध धर्माचार्यों से भी श्री राम मंदिर परिसर के विकास को लेकर सलाह ली जाएगी. उनकी सहमति के बाद राम मंदिर निर्माण के प्रोजेक्ट पर कार्य किया जाएगा. इसके साथ ही राम मंदिर परिसर के विकास को लेकर भी नीति बनाई जाएगी. इसके लिए देश भर के प्रसिद्ध वास्तु विधियों से सुझाव मांगे जाएंगे.


राम मंदिर की सुरक्षा अहम
बैठक समाप्त होने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर निर्माण के दौरान और मंदिर निर्माण के बाद राम मंदिर की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. ऐसे में निर्माण के प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के साथ ही रामलला की सुरक्षा को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई. चंपत राय ने बताया कि बैठक में अनुभवी इंजीनियर शामिल हुए. इसे इंजीनियर की मिनी पार्लियामेंट समझा जा सकता है. निर्माण की तकनीक, मंदिर की भव्यता और दिव्यता के साथ मजबूती का भी अभियंताओं ने आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि इस बैठक से जो निष्कर्ष निकलेगा उसे ट्रस्ट के साथ देशवासी भी स्वीकार करेंगे.

बैठक में ये हुए शामिल

इस बैठक में देश की निर्माण कंपनियों के अनुभवी इंजीनियर्स की टीम के साथ भवन निर्माण से जुड़े भारत के प्रमुख संस्थानों के इंजीनियर की टीम शामिल हुई. बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरी जी महाराज, जगतगुरु माधवाचार्य विश्व प्रसिद्ध तीर्थ जी महाराज, राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, सदस्य डॉ. अनिल मिश्र की मौजूदगी में हुई. बैठक में मंदिर निर्माण तकनीकि, मंदिर की आयु, नींव की भार वाहन क्षमता समेत सभी तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की गई.

अयोध्या: सर्किट हाउस में 3 दिन से चल रही राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक संपन्न हो गई. बैठक में लंबे समय तक टिकने वाले राम मंदिर के निर्माण की कार्य योजना को लेकर चर्चा की गई. बैठक में अनुभवी अभियंताओं के आश्वासन के बाद ट्रस्ट के सदस्य मंदिर निर्माण कार्य की योजना को लेकर संतुष्ट हुए. बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह बैठक देश के अनुभवी इंजीनियरों के साथ की गई थी. इस बैठक के बाद राम मंदिर निर्माण को लेकर जो रिजल्ट आएंगे, उसे पूरा देश स्वीकार करेगा.

चंपत राय, महासचिव श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट.

भगवान राम के जन्म स्थान पर बनने वाला 1000 वर्ष की आयु वाले राम मंदिर का निर्माण होगा. ट्रस्ट ने पहले से ही राम मंदिर समर्थकों को यह आश्वासन दिया है. अपनी बात पर खरा उतरने के लिए ट्रस्ट के पदाधिकारी अब मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी संभालने वाले इंजीनियरों से इसकी गारंटी ले चुके हैं. मंदिर निर्माण को लेकर सभी तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करने के लिए पिछले 3 दिन से अयोध्या के सर्किट हाउस में बैठक रही थी. चौथे दिन यह समाप्त हो गई.

भवन निर्माण से जुड़ी तीन एजेंसियों के इंजीनियर थे शामिल

राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य, राम मंदिर के आर्किटेक्ट सीबी सोमपुरा के साथ तीन एजेंसियों के इंजीनियर्स की टीम, लार्सन एण्ड टूब्रो और टाटा इंजीनियरिंग कंपनी इंजीनियर मौजूद रहे. बैठक में मंदिर की नींव का स्वरूप, मैटेरियल के प्रयोग के साथ नींव की आयु और भार क्षमता में वृद्धि को लेकर चर्चा हुई. बैठक में लार्सन एंड टूब्रो और टाटा इंजीनियरिंग कंपनी, सीबीआरआई रुड़की, एनआईटी सूरत और आईआईटी चेन्नई के अनुभवी इंजीनियर्स मौजूद रहे. अक्षरधाम मंदिर के पुजारी ब्रह्मविहारी स्वामी से भी राम मंदिर निर्माण के प्रोजेक्ट को अंतिम रूप देने से पहले सुझाव लिया गया. बैठक के दौरान इंजीनियर की टीम और राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उनसे फोन पर चर्चा की.

राम मंदिर निर्माण का प्रोजेक्ट फाइनल

बैठक में मंदिर निर्माण कार्य को लेकर अंतिम रूप से निर्णय लिया गया. बैठक में शामिल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों मंदिर निर्माण समिति के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी जी महाराज ने कहा कि इस बैठक में प्रारंभिक रूप से मंदिर निर्माण की नीति तय हो गई. राम मंदिर के आर्किटेक्ट सीबी सोमपुरा के साथ एलएनटी और टाटा कंसल्टेंसी के इंजीनियरों की मौजूदगी में कार्य का प्रारंभिक स्वरूप पक्का कर लिया गया है.

धर्माचार्यों की सहमति के बाद सारे प्रोजेक्ट होंगे निर्धारित : गोविंददेव गिरी जी महाराज

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी जी महाराज ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के साथ परिसर के विकास के स्वरूप को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी. बैठक में देशभर के प्रसिद्ध वास्तुविदों से सुझाव मांगने का निर्णय लिया गया. गोविंद देव गिरी जी महाराज ने कहा कि राम मंदिर के साथ परिसर के विकास के प्रोजेक्ट पर देशभर के प्रसिद्ध 40 से 50 प्रसिद्ध धर्माचार्यों से भी श्री राम मंदिर परिसर के विकास को लेकर सलाह ली जाएगी. उनकी सहमति के बाद राम मंदिर निर्माण के प्रोजेक्ट पर कार्य किया जाएगा. इसके साथ ही राम मंदिर परिसर के विकास को लेकर भी नीति बनाई जाएगी. इसके लिए देश भर के प्रसिद्ध वास्तु विधियों से सुझाव मांगे जाएंगे.


राम मंदिर की सुरक्षा अहम
बैठक समाप्त होने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर निर्माण के दौरान और मंदिर निर्माण के बाद राम मंदिर की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. ऐसे में निर्माण के प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के साथ ही रामलला की सुरक्षा को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई. चंपत राय ने बताया कि बैठक में अनुभवी इंजीनियर शामिल हुए. इसे इंजीनियर की मिनी पार्लियामेंट समझा जा सकता है. निर्माण की तकनीक, मंदिर की भव्यता और दिव्यता के साथ मजबूती का भी अभियंताओं ने आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि इस बैठक से जो निष्कर्ष निकलेगा उसे ट्रस्ट के साथ देशवासी भी स्वीकार करेंगे.

बैठक में ये हुए शामिल

इस बैठक में देश की निर्माण कंपनियों के अनुभवी इंजीनियर्स की टीम के साथ भवन निर्माण से जुड़े भारत के प्रमुख संस्थानों के इंजीनियर की टीम शामिल हुई. बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरी जी महाराज, जगतगुरु माधवाचार्य विश्व प्रसिद्ध तीर्थ जी महाराज, राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, सदस्य डॉ. अनिल मिश्र की मौजूदगी में हुई. बैठक में मंदिर निर्माण तकनीकि, मंदिर की आयु, नींव की भार वाहन क्षमता समेत सभी तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की गई.

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