अयोध्या : राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में होने वाली समिति की दूसरी बैठक शुक्रवार को अयोध्या शहर के सर्किट हाउस सभागार में संपन्न हुई. बैठक में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के तमाम सदस्य मंदिर निर्माण के लिए अधिकृत कंपनी एलएंडटी के वरिष्ठ अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल रहे. दूसरे दिन की बैठक में चर्चा का प्रमुख मुद्दा राम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना और उनको नियंत्रित करना रहा. इस पर ट्रस्ट के अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों ने चर्चा की.
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 70 एकड़ परिसर के विकास और 70 एकड़ परिसर के बाहर संपूर्ण अयोध्या के विकास के लिए योजना बनाई जा रही है. अयोध्या में मंदिर निर्माण और विकास से जुड़े कार्यों के लिए हम सभी आपसी तालमेल के साथ काम करें, जिससे सब का लाभ हो. करीब डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक के दौरान ट्रस्ट के सदस्यों ने अयोध्या में श्रद्धालुओं के आने और उनके दर्शन-पूजन और रहने की व्यवस्था पर चर्चा की.
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5 वर्ष बाद की अयोध्या के दृष्टिगत होगा राम मंदिर का निर्माण
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि हमें 5 वर्ष बाद की अयोध्या को दृष्टिगत रखते हुए राम मंदिर और अयोध्या का विकास करना है. अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन सुलभ हो, उनके वाहनों की पार्किंग की अच्छी व्यवस्था हो. मंदिर तक पहुंचने में उन्हें कठिनाई न हो और अयोध्या आने वाले श्रद्धालु कम से कम 2 से 3 दिन रुक कर यहां पर दर्शन-पूजन और पर्यटन करें. इसे दृष्टिगत रखते हुए हमने मंथन किया है और सभी प्लान इसी योजना पर आधारित हैं.
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक के दौरान राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा, रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज, ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा, मंडल आयुक्त अयोध्या एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अयोध्या और ट्रस्ट के पदेन सदस्य अनुज कुमार झा, विजन डॉक्यूमेंट कंसल्टेंसी कंपनियों के वरिष्ठ पदाधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल रहे.