अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट जल्द ही मंदिर के नींव की खुदाई शुरू करेगा. इसके लिए ट्रस्ट ने तकनीकी और कानूनी रूप से तैयारी भी पूरी कर ली है. राम मंदिर के नक्शे पर अयोध्या विकास प्राधिकरण की मुहर लगने के बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू किया जाएगा. ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने मंदिर का नक्शा पास कराने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ एडीए ड्राफ्ट जमा कर दिया है.
राम मंदिर निर्माण को लेकर सभी कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद नींव की खुदाई की शुरू की जाएगी. दिल्ली में ट्रस्ट के पदाधिकारियों की हुई बैठक में राम मंदिर के संशोधित नक्शे को अंतिम रूप से स्वीकार किया गया. राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए 9 सरकारी विभागों की अनुमति से संबंधित दस्तावेजों के साथ राम मंदिर का नक्शा अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और सचिव को सौंप दिया गया है. कानूनी रूप से सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ये दस्तावेज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को शनिवार को सौंप दिए हैं.
बता दें, 5 अगस्त को भगवान राम के जन्म स्थान पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण की शुरुआत की, तो अयोध्या विकास प्राधिकरण से राम मंदिर निर्माण की अनुमति नहीं ली गई थी. इसके चलते भगवान के जन्म स्थान पर राम मंदिर भूमि पूजन तो संपन्न कर दिया गया, लेकिन नींव की खुदाई शुरू नहीं हो पाई. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि हम लंबे संघर्षों के बाद भगवान राम के जन्म स्थान पर राम मंदिर का निर्माण करने जा रहे हैं. ऐसे में किसी प्रकार की कानूनी समस्या सामने न उत्पन्न हो, इसके लिए ट्रस्ट पूरी तैयारी कर रहा है.
राम मंदिर के पुराने नक्शे में संतों और राम भक्तों की मांग को देखते हुए ट्रस्ट ने बदलाव करने का निर्णय लिया था. राम मंदिर का संशोधित नक्शा बनकर तैयार हो गया था, लेकिन भूमि पूजन की तैयारी में जुटे ट्रस्ट को इस पर विचार विमर्श करने का समय नहीं मिल पाया था. भूमि पूजन संपन्न होने के बाद मंदिर निर्माण संबंधी विषयों और संशोधित नक्शे पर अंतिम रूप से चर्चा होने के बाद ट्रस्ट ने अयोध्या विकास प्राधिकरण में इसे प्रस्तुत कर अनुमति लेने का निर्णय लिया. दिल्ली में हुई ट्रस्ट की बैठक में मंदिर के संशोधित नक्शे पर सहमति बनने के बाद सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार किए गए और शनिवार को इसे पास कराने के लिए ट्रस्ट ने अयोध्या विकास प्राधिकरण में प्रस्तुत कर दिया.
मंदिर निर्माण को लेकर कानूनी रूप से यह अंतिम प्रक्रिया मानी जा रही है. इसके बाद तेजी से राम जन्मभूमि पर भगवान राम के मंदिर निर्माण का कार्य चलेगा. राम मंदिर का कार्य करने वाली लार्सन एंड टूब्रो कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी श्रीराम जन्मभूमि परिसर में पहले से ही डेरा डाल चुके हैं. ट्रस्ट के पदाधिकारियों की मानें तो अयोध्या विकास प्राधिकरण से संशोधित नक्शे पर निर्माण की अनुमति मिलते ही राम जन्मभूमि में नींव की खुदाई शुरू की जा सकती है.
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