अयोध्या: थाना क्षेत्र मवई के हंसराज पुर गांव के रहने वाले एक युवक ने सोमवार को जंगल में तेंदुए को देखा था. जिसके बाद ग्रामीणों ने लाठी-डंडे से लैस होकर जंगली इलाके में तेंदुए की तलाश की. लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद मंगलवार को भी उसका कोई पता नहीं चला है. मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने कांबिंग शुरू कर दी है और तेंदुए को पकड़ने के लिए मुख्य सड़क मार्ग पर एक पीड़ा भी लगाया गया है.
जंगल के रास्ते पर खड़ा देखा था तेंदुआ
इलाके के वन अधिकारी ओमप्रकाश के मुताबिक जंगल में रखे गए पिंजरे को अब मुख्य मार्ग पर रखवा दिया गया है, जिससे इस हिंसक जानवर को पकड़ा जा सके. बता दें कि 4 दिन पहले जंगल में हिरण का शिकार करने के बाद इस तेंदुए की मौजूदगी गोमती नदी को पार करके बाराबंकी जिले के जंगली इलाकों में बताई जा रही थी. लेकिन एक बार फिर से रुदौली के जंगली इलाकों में इस तेंदुए को देखे जाने की जानकारी मिली है. रविवार को भी यह तेंदुआ करौंदी गांव के जंगलों में देखा गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को वन दरोगा रवि कुमार और वनरक्षक अरविंद मिश्रा सहित महकमे के अन्य अधिकारी और कर्मचारी इस जंगली जानवर की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों में कांबिंग कर रहे हैं.
घने जंगलों से घिरा है रुदौली और बाराबंकी सीमा से सटा इलाका
बता दें कि अयोध्या और बाराबंकी की सीमा पर स्थित ग्रामीण क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा घने जंगलों से घिरा हुआ है. एक दशक पहले रुदौली और मवई क्षेत्र के बचकुंना जंगल में एक नरभक्षी बाघिन ने कई बेगुनाह लोगों को अपना शिकार बनाया था. यह पूरा इलाका बबूल के पेड़ के जंगलों से घिरा हुआ है. जिसके कारण अक्सर खतरनाक जंगली जानवर ग्रामीण इलाकों में पहुंच जाते हैं.