अयोध्या : रौनाही क्षेत्र के धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ जमीन पर बन रही मस्जिद को लेकर दिए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर संतों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है. वहीं अब इस मामले में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के नेता बबलू खान ने भी ओवैसी को कड़ी फटकार लगाई है. असदुद्दीन ओवैसी ने 'धन्नीपुर मस्जिद में नमाज पढ़ना हराम है', बताते हुए इसमें मुस्लिम समाज के लोगों को चन्दा न देने की बात कही थी.
'मुस्लिम कौम के ठेकेदार नहीं हैं ओवैसी'
अयोध्या में राम मंदिर समर्थक बबलू खान ओवैसी पर भड़क उठे हैं. बबलू खान ने साफ शब्दों में कहा कि ओवैसी हमारी कौम के मुफ्ती नहीं है और न ही हमारी कौम के ठेकेदार है. वे अपनी जुबान पर लगाम लगाएं. वह हमारे आलिम नहीं है कि हम उनकी बात मानें.
'ओवैसी के भड़कावे में न आएं मुस्लिम'
बबलू खान ने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि वे ओवैसी के भड़कावे में न आएं. ओवैसी हिंदू-मुस्लिम करके अपनी राजनीति चमकाते हैं और अब मुसलमानों को ही भड़का रहे हैं. कुरान में कहां लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए जमीन पर हम नमाज नहीं पढ़ सकते. हम कहीं जब रास्ते में होते हैं, जब हमारे नमाज का समय होता है तो हम कहीं भी नमाज पढ़ लेते हैं तो क्या वह नमाज हमारी हराम है. ओवैसी पर नाराज होते हुए बबलू खान ने कहा कि ओवैसी हमें न बताएं कि क्या चीज हराम है और क्या चीज हलाल है.
'ओवैसी से सावधान रहें मुस्लिम समाज के लोग'
बबलू खान ने कहा कि मुसलमानों को ओवैसी जैसे व्यक्तियों से सावधान रहने की जरूरत है. मुस्लिम समाज को भड़का कर ओवैसी अपनी राजनीति जिंदा रखना चाहते हैं. ओवैसी अपनी दुकान चमकाने के लिए अनर्गल बयान दे रहे हैं. ऐसे बयान को मुस्लिम समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. बबलू खान ने कहा कि ओवैसी की दुकान बंद हो चुकी है और अब दोबारा दुकान खोलने के लिए मुसलमानों को भड़का रहे हैं.