अयोध्या: जिले में '7 S' फार्मूले के तहत कोरोना से निपटने की तैयारी की जा रही है. प्रतिदिन 10 हजार से अधिक मास्क तैयार किए जा रहे हैं. अब स्थानीय स्तर पर महामारी से बचाव के लिए मास्क का उत्पादन बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है.
जिलाधिकारी के निर्देश पर अयोध्या में स्थानीय स्तर पर मास्क बनाने का काम किया जा रहा है. बड़े स्तर पर प्रिया ड्रेसेस की ओर से ‘नो प्रॉफिट नो लॉस’ के आधार पर समाजसेवी संस्थाओं, चिकित्सालयों और मेडिकल स्टोर्स पर मास्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं. जिला अस्पताल के आर्थोपेडिक सर्जन और प्रिया ड्रेसेज के मालिक जीसी पाठक के कारखाने में मास्क बनाए जा रहे हैं.
थ्री लेयर मास्क की है विशेष गुणवत्ता
अयोध्या में बनाए जा रहे मास्क ट्रिलियम 8 विशेष गुणवत्ता वाले हैं. इसे धुलने के बाद इसकी क्वालिटी में अंतर नहीं आता है. इसे एक से अधिक बार भी प्रयोग कर सकते हैं.
'7 S' फार्मूले के तहत कोरोना से निपटने की तैयारी
जिला अस्पताल में आर्थोपेडिक सर्जन जीसी पाठक का कहना है कि जिलाधिकारी के निर्देश पर अयोध्या में '7 S' फार्मूले का पालन किया जा रहा है. इसके तहत सैनिटाइज योर सेल्फ, सैनिटाइज सराउंडिंग, सेल्फ प्रोटेक्शन बाइ मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन विद कोरोना अपडेट, सपोर्ट कोरोना वॉरियर्स, सैक्रिफाइस योर सेल्फ का मंत्र दिया जा रहा है.
जीसी पाठक ने कहा कि पूरी सतर्कता के साथ मास्क बनाने का काम किया जा रहा है. काम के दौरान पूरी तरह सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है. प्रशासनिक अधिकारियों का निरीक्षण लगातार जारी है. कारखाने में मास्क बनाने की क्षमता 10 हजार मास्क प्रतिदिन हो चुकी है. यह कार्य ‘नो प्रॉफिट नो लॉस’ के आधार पर किया जा रहा है.
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