अयोध्या : सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी बुधवार से अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान के लिए बैठक शुरू करेगी. मध्यस्थता के लिए इस बार अयोध्या के ही अवध विश्वविद्यालय को चुना गया है. तीन सदस्यीय कमेटी अवध विश्वविधालय के आईईटी कैंपस में बैठक करेगी.
इस बैठक को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम पहले ही किए जा चुके हैं. किसी भी बाहरी आदमी को विश्वविद्यालय के इस भाग में आने के लिए मना कर दिया गया है. पक्षकारों के बीच विवाद का समाधान तलाशने के लिए सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय कमेटी में श्रीश्री रविशंकर, रिटायर्ड जज फकीर मोहम्मद इब्राहिम कलीफुल्ला और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू हैं.
कमेटी के तीनों सदस्य के रुकने का इंतजाम भी यहीं किया गया है. गेस्ट हाउस में किसी प्रकार की कमी न रह जाए, इस लिहाज से विभिन्न विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि अयोध्या मामले में यह पहली बार मध्यस्थता की कोशिश नहीं है. इससे पहले भी तीन बार ऐसी कोशिशें हो चुकी हैं, लेकिन विवाद किसी नतीजे के मुकाम तक नहीं पहुंच सका.
हालांकि यह पहली बार है जब कोर्ट की निगरानी में मध्यस्थता की पहल की जा रही है. राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद मामले के इस केस में सुप्रीम कोर्ट ने तीन सदस्ययीय कमेटी बनाई है, जिन्हें 8 हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौपनी है.