अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के लिए भूमि पूजन को लेकर ट्रस्ट ने अंतिम रूप से निर्णय लिया है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है. श्री मणि रामदास छावनी की ओर से राम मंदिर की आधारशिला के लिए 40 किलो की चांदी की एक ईंट समर्पित की गई है. ट्रस्ट की ओर से कहा जा रहा है कि भूमि पूजन में प्रधानमंत्री के साथ राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोग और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा.
5 अगस्त तक हो सकता है भूमि पूजन
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 18 जुलाई को हुई बैठक में मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है. ट्रस्ट की ओर से मंदिर के भूमि पूजन को लेकर तिथियां निर्धारित की गई थीं, जिसमें से एक तिथि पर भूमि पूजन निश्चित माना जा रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और विनय कटियार जैसे कई वरिष्ठ दिग्गज शामिल हो सकते हैं. वही ट्रस्ट की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि कोरोना काल के चलते राम मंदिर भूमि पूजन में अधिक लोगों का जमावड़ा न हो. इसके लिए भी वीआईपी की संख्या भी सीमित की गई है. कहा जा रहा है कि वीवीआईपी की संख्या 50 तक सीमित की जाएगी, जिससे कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराया जा सके.
गृहमंत्री और रक्षा मंत्री को भी ट्रस्ट भेजेगा निमंत्रण
राम मंदिर के भूमि पूजन में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आने की उम्मीद की जा रही है. वहीं इस अनुष्ठान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे. इसके अलावा ट्रस्ट सीएम उद्धव ठाकरे को भी शामिल करने की योजना बना रहा है. मंदिर का शिलान्यास विधिवत वैदिक मंत्रोचार के साथ किया जाएगा. अनुष्ठान काशी के विद्वानों और संतों की मौजूदगी में संपन्न किया जाएगा.
राम मंदिर आंदोलन में शामिल लोगों को किया जाएगा सम्मानित
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने स्पष्ट किया है कि जिन लोगों ने राम मंदिर के लिए संघर्ष किया है. उन्हें भूमि पूजन के कार्यक्रम में शामिल करने के लिए आमंत्रण पत्र भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों को ट्रस्ट सम्मानित करने की योजना बना रहा है. वहीं ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र का कहना है कि प्रधानमंत्री का अयोध्या आना हम सब के लिए गर्व की बात है, लेकिन पीएमओ कार्यालय से जब तक स्पष्ट रूप से विस्तृत कार्यक्रम नहीं आ जाता, तब तक आधिकारिक रूप से पीएम के शेड्यूल की पुष्टि नहीं की जा सकती.
ऐसा रहेगा राम मंदिर भूमि पूजन का कार्यक्रम
3 अगस्त से राम मंदिर के भूमि पूजन के अयोजन की शुरुआत की जाएगी. पहले दिन गणेश पूजन किया जाएगा. अनुष्ठान के दूसरे दिन 4 अगस्त को राम की पूजा-अर्चना होगी. 5 अगस्त को दोपहर 12:15 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे. अयोध्या के धर्म आचार्यों का कहना है कि रामलला के मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम वैदिक रीति-रिवाज के साथ संपन्न कराया जाएगा. यह अनुष्ठान काशी और अयोध्या के वैदिक पंडित संपन्न कराएंगे.