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अयोध्या: रामलला दर्शन मार्ग पर मची लूट, सामान जमा कराने के नाम पर धोखा - रामलला दर्शन मार्ग पर लूट

राम मंदिर भूमिपूजन के बाद श्रद्धालुओं की आमद तेजी से बढ़ी है. इसके साथ ही अमानती घर और पार्किंग के नाम पर श्रद्धालुओं से मनमानी ढंग से शुल्क वसूला जा रहा है. श्री राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर श्रद्धालुओं को गलत सूचना देकर भ्रमित किया जा रहा है, जिससे परेशान श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन से अच्छी व्यवस्था कराने की अपील की है.

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परेशान श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन से अच्छी व्यवस्था कराने की अपील की है.
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Published : Aug 31, 2020, 4:49 AM IST

अयोध्या: भगवान राम के जन्म स्थान पर आने वाले श्रद्धालुओं से उनके सामान को सुरक्षित रखने के नाम पर मनमाने ढंग से शुल्क वसूला जा रहा है. श्री राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर श्रद्धालुओं को गलत सूचना देकर भ्रमित किया जा रहा है. दरअसल दूसरे प्रदेशों से आए लोगों से सामान रखने के नाम पर निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली की जा रही है. स्थानीय लोगों के इस व्यवहार से आए दिन श्रद्धालु तंग हो रहे हैं.

श्रद्धालुओं से सामान जमा कराने के नाम पर लूट.

श्रद्धालुओं की जेब पर डाका
राम मंदिर के निर्माण को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साहित देखा जा रहा है. इसी बीच राम की नगरी में राम जन्मभूमि दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की जेबों पर डाका पड़ रहा है. इसमें अयोध्या प्रशासन भी मौन बना हुआ है. राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर दो दर्जन से ज्यादा अमानती घर हैं. सामान जमा करने और गाड़ियां खड़ी करने के नाम पर श्रद्धालुओं से धन उगाही की जा रही है. इसको लेकर कई बार लॉकर संचालकों में आपस में विवाद भी होता रहता है. श्रद्धालुओं की जेब पर डाका डालने का काम अवैध अमानती घर लगातार कर रहे हैं. ऐसे में प्रशासन और जिम्मेदार आंखें मूंदे हुए हैं.

जिला प्रशासन की अनदेखी उजागर
बता दें कि राम जन्मभूमि पर सुरक्षा के कारणों से मोबाइल, पेन, कंघा या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाने पर पाबंदी है. इस वजह से रामलला के दर्शन जाने वाले श्रद्धालुओं को यह सामान बाहर रखना होता है. सरकारी तौर पर किसी भी तरह की व्यवस्था श्रद्धालुओं के सामान रखने की नहीं है. लिहाजा अवैध लॉकर संचालकों की बल्ले-बल्ले है. लॉकर संचालक लगातार श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता कर वसूली करते नजर आते हैं. वाहनों को पार्क कराने के नाम पर 50 रुपये से ज्यादा का शुल्क वसूला जाता है. एक सामान को रखने का शुल्क 10 रुपये है. लॉकर संचालकों की मनमानी को अयोध्या जिला प्रशासन अनदेखा कर रहा है, जिसका असर राम जन्मभूमि के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की जेब पर पड़ रहा है.

मोटरसाइकिल पार्किंग के लिए 50 रुपये
वहीं अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि किसी भी तरीके की सरकारी व्यवस्था नहीं दी जा रही है. यहां पर सामान जमा करने के नाम पर 5 से 10 रुपये वसूले जा रहे हैं. श्रद्धालु कहते हैं कि जनता की सुविधा के लिए राम जन्मभूमि दर्शन को आने वालों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. श्रद्धालु अतिरिक्त पैसा वसूली की शिकायत भी करते नजर आ रहे हैं. श्रद्धालुओं में गुस्सा देखने को मिला है. उनका कहना है कि मास्क भी 20 रुपये में दिया जा रहा है. वहीं मोटरसाइकिल पार्किंग के लिए 50 रुपये की वसूली की जा रही है.

अयोध्या: भगवान राम के जन्म स्थान पर आने वाले श्रद्धालुओं से उनके सामान को सुरक्षित रखने के नाम पर मनमाने ढंग से शुल्क वसूला जा रहा है. श्री राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर श्रद्धालुओं को गलत सूचना देकर भ्रमित किया जा रहा है. दरअसल दूसरे प्रदेशों से आए लोगों से सामान रखने के नाम पर निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली की जा रही है. स्थानीय लोगों के इस व्यवहार से आए दिन श्रद्धालु तंग हो रहे हैं.

श्रद्धालुओं से सामान जमा कराने के नाम पर लूट.

श्रद्धालुओं की जेब पर डाका
राम मंदिर के निर्माण को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साहित देखा जा रहा है. इसी बीच राम की नगरी में राम जन्मभूमि दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की जेबों पर डाका पड़ रहा है. इसमें अयोध्या प्रशासन भी मौन बना हुआ है. राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग पर दो दर्जन से ज्यादा अमानती घर हैं. सामान जमा करने और गाड़ियां खड़ी करने के नाम पर श्रद्धालुओं से धन उगाही की जा रही है. इसको लेकर कई बार लॉकर संचालकों में आपस में विवाद भी होता रहता है. श्रद्धालुओं की जेब पर डाका डालने का काम अवैध अमानती घर लगातार कर रहे हैं. ऐसे में प्रशासन और जिम्मेदार आंखें मूंदे हुए हैं.

जिला प्रशासन की अनदेखी उजागर
बता दें कि राम जन्मभूमि पर सुरक्षा के कारणों से मोबाइल, पेन, कंघा या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाने पर पाबंदी है. इस वजह से रामलला के दर्शन जाने वाले श्रद्धालुओं को यह सामान बाहर रखना होता है. सरकारी तौर पर किसी भी तरह की व्यवस्था श्रद्धालुओं के सामान रखने की नहीं है. लिहाजा अवैध लॉकर संचालकों की बल्ले-बल्ले है. लॉकर संचालक लगातार श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता कर वसूली करते नजर आते हैं. वाहनों को पार्क कराने के नाम पर 50 रुपये से ज्यादा का शुल्क वसूला जाता है. एक सामान को रखने का शुल्क 10 रुपये है. लॉकर संचालकों की मनमानी को अयोध्या जिला प्रशासन अनदेखा कर रहा है, जिसका असर राम जन्मभूमि के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की जेब पर पड़ रहा है.

मोटरसाइकिल पार्किंग के लिए 50 रुपये
वहीं अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि किसी भी तरीके की सरकारी व्यवस्था नहीं दी जा रही है. यहां पर सामान जमा करने के नाम पर 5 से 10 रुपये वसूले जा रहे हैं. श्रद्धालु कहते हैं कि जनता की सुविधा के लिए राम जन्मभूमि दर्शन को आने वालों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. श्रद्धालु अतिरिक्त पैसा वसूली की शिकायत भी करते नजर आ रहे हैं. श्रद्धालुओं में गुस्सा देखने को मिला है. उनका कहना है कि मास्क भी 20 रुपये में दिया जा रहा है. वहीं मोटरसाइकिल पार्किंग के लिए 50 रुपये की वसूली की जा रही है.

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