अयोध्या. शहर से सटे कैंटोनमेंट एरिया में 72 घंटे पहले ही एक तेंदुए को वन विभाग ने पकड़ा था. जो बीते 1 माह से आतंक का पर्याय बना हुआ था. वहीं, इलाके में एक और तेंदुए (leopard in Ayodhya) की खबर सुनकर लोग सहम गए हैं. दावा किया जा रहा है कि इस तेंदुए ने बुधवार को एक कुत्ते का शिकार किया है और जिस जगह पर तेंदुए ने कुत्ते का शिकार किया है, वहां पर दो बार पहले भी यह तेंदुआ देखा जा चुका है. फिलहाल, इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है और वन विभाग ने घटनास्थल के आसपास ट्रैप कैमरे लगाने शुरू कर दिए हैं.
ग्रमीणों के मुताबिक, सेना के अल्फा रेंज स्थित हेलीपैड के पास तेंदुआ बीते 2 दिनों के अंदर देखा गया है. बुधवार रात इस तेंदुए ने एक कुत्ते का शिकार किया है. दावा यह भी किया जा रहा है कि यह बीते दिनों पकड़े गए तेंदुए से बड़ा है. वहीं, प्रभागीय वन अधिकारी सीतांशु पांडे ने बताया कि सूचना मिलने पर टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया था. घटनास्थल मीरन घाट के जंगल से कुछ दूरी पर ही है. वहां पर पहले से ही ट्रैप कैमरे और पिंजरा लगाया गया था. अब उन ट्रैप कैमरों को इस इलाके में शिफ्ट किया जा रहा है.
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हालांकि, अभी तक तेंदुए के पदचिह्न नहीं मिले हैं. फिर भी संदेह के आधार पर ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिससे अगर तेंदुआ है तो उसकी तस्वीरें रिकॉर्ड की जा सके. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग प्राथमिक तौर पर अक्सर खतरनाक जानवरों की मौजूदगी से इनकार करता है. ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ अकेला नहीं था, बल्कि उसके साथ बच्चे भी थे.
ग्रामीणों ने एक छोटे तेंदुए को 15 दिन पहले भी देखे जाने का दावा किया था. आशंका जाहिर की जा रही है कि तेंदुआ अपने पूरे कुनबे के साथ इस इलाके में मौजूद था. हालांकि, अभी नर तेंदुआ पकड़ा गया है और जिस तेंदुए को देखने की बात की जा रही है संभवत वह मादा तेंदुआ हो सकती है और अगर ऐसा है तो उसके बच्चों की मौजूदगी से भी इनकार नहीं किया जा सकता. फिलहाल इलाके के लोग सतर्क हो गए हैं और प्रभावित क्षेत्र में ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं.
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