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अयोध्या: कामेश्वर चौपाल ने कहा, तीन वर्ष में बनकर तैयार होगा राम मंदिर - Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा है कि परिस्थितियां सुधरी तो तीन साल में राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. बैठक में संतों की मांग पर विचार करते हुए मंदिर के मॉडल में भी परिवर्तन का निर्णय लिया गया. राम मंदिर अब 148 फीट की जगह पर 161 फीट ऊंचा होगा.

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श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल.
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Published : Jul 19, 2020, 12:14 AM IST

अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा है कि परिस्थितियां सुधरी तो ट्रस्ट मंदिर निर्माण की दिशा में तेजी से कार्य शुरू करेगा. ट्रस्ट की बैठक में निर्धारित दोनों तिथियों में से किसी एक तिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या आना तय है. ट्रस्ट की बैठक में संतों की मांग पर विचार करते हुए मंदिर के मॉडल में भी परिवर्तन का निर्णय लिया गया.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल.
सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या विवाद पर ऐतिहासिक निर्णय के बाद ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण को लेकर डेडलाइन तय कर दी है. 3 या फिर 5 अगस्त में से किसी एक तिथि पर श्री राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का अनुष्ठान किया जाएगा. राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टियों का मानना है कि इन दोनों तिथियों में से किसी एक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की आधारशिला रखने अयोध्या आएंगे. वैश्विक महामारी कोरोना के चलते ट्रस्ट की दूसरी बैठक में काफी विलंब हुआ. हालांकि इस बीच मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट ने अपनी तैयारियां जारी रखी. आधारशिला रखने से पहले की तैयारी लगभग पूरी की जा चुकी है.
संतों की मांग पर ट्रस्ट ने मंदिर मॉडल में किया बदलाव
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद से राम मंदिर समर्थक और संतों की यह मांग थी कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर विशाल और भव्य हो. राम जन्मभूमि परिसर 70 एकड़ में है. ऐसे में श्री राम जन्म भूमि न्यास का मॉडल अपेक्षाकृत छोटा है. इसे बड़ा करने की आवश्यकता है. ऐसी मांग संत और राम मंदिर समर्थक ट्रस्ट से करते रहे हैं. इसी मांग को ध्यान में रखते हुए एक ट्रस्ट ने अपनी दूसरी बैठक में मंदिर के मॉडल में बदलाव का निर्णय लिया. मंदिर की ऊंचाई में 13 फीट की वृद्धि की गई है. राम मंदिर अब 148 फीट की जगह पर 161 फीट ऊंचा होगा.
पत्थर मंगाने के लिए कमेटी गठित
ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा है कि राम मंदिर के लिए पर्याप्त पत्थर कार्यशाला में नहीं है. जितने पत्थर हैं, इससे अधिक पत्थरों की आवश्यकता पड़ेगी. इसके लिए ट्रस्ट ने कमेटी गठित कर दी है. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी से पूरा विश्व पीड़ित है. इस महामारी के चलते मंदिर निर्माण में देरी हुई है. उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा, तो तीन साल में मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.

अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा है कि परिस्थितियां सुधरी तो ट्रस्ट मंदिर निर्माण की दिशा में तेजी से कार्य शुरू करेगा. ट्रस्ट की बैठक में निर्धारित दोनों तिथियों में से किसी एक तिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या आना तय है. ट्रस्ट की बैठक में संतों की मांग पर विचार करते हुए मंदिर के मॉडल में भी परिवर्तन का निर्णय लिया गया.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल.
सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या विवाद पर ऐतिहासिक निर्णय के बाद ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण को लेकर डेडलाइन तय कर दी है. 3 या फिर 5 अगस्त में से किसी एक तिथि पर श्री राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का अनुष्ठान किया जाएगा. राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टियों का मानना है कि इन दोनों तिथियों में से किसी एक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की आधारशिला रखने अयोध्या आएंगे. वैश्विक महामारी कोरोना के चलते ट्रस्ट की दूसरी बैठक में काफी विलंब हुआ. हालांकि इस बीच मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट ने अपनी तैयारियां जारी रखी. आधारशिला रखने से पहले की तैयारी लगभग पूरी की जा चुकी है.
संतों की मांग पर ट्रस्ट ने मंदिर मॉडल में किया बदलाव
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद से राम मंदिर समर्थक और संतों की यह मांग थी कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर विशाल और भव्य हो. राम जन्मभूमि परिसर 70 एकड़ में है. ऐसे में श्री राम जन्म भूमि न्यास का मॉडल अपेक्षाकृत छोटा है. इसे बड़ा करने की आवश्यकता है. ऐसी मांग संत और राम मंदिर समर्थक ट्रस्ट से करते रहे हैं. इसी मांग को ध्यान में रखते हुए एक ट्रस्ट ने अपनी दूसरी बैठक में मंदिर के मॉडल में बदलाव का निर्णय लिया. मंदिर की ऊंचाई में 13 फीट की वृद्धि की गई है. राम मंदिर अब 148 फीट की जगह पर 161 फीट ऊंचा होगा.
पत्थर मंगाने के लिए कमेटी गठित
ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा है कि राम मंदिर के लिए पर्याप्त पत्थर कार्यशाला में नहीं है. जितने पत्थर हैं, इससे अधिक पत्थरों की आवश्यकता पड़ेगी. इसके लिए ट्रस्ट ने कमेटी गठित कर दी है. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी से पूरा विश्व पीड़ित है. इस महामारी के चलते मंदिर निर्माण में देरी हुई है. उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा, तो तीन साल में मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
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