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अयोध्या: इकबाल अंसारी ने ढूंढी 5 एकड़ जमीन, बोले- सरकार हमें दिला दे, हम बनाएंगे अस्पताल-स्कूल - योध्या भूमि विवाद मामला

अयोध्या भूमि विवाद मामले में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि हमने जमीन देख ली है, सरकार हमें उसी को दिलवा दे.उन्होंने कहा कि इस जमीन पर स्कूल और अस्पताल बनाया जाए.

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इकबाल अंसारी.
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Published : Dec 6, 2019, 8:19 PM IST

अयोध्या: अयोध्या भूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ भूमि दिए जाने को लेकर जिला प्रशासन भूमि की तलाश कर रही है. वहीं बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने अपने आवास के सामने स्थित भूमि को दिए जाने की मांग की है. यही नहीं, इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कहा कि इस जमीन पर हम हॉस्पिटल और बच्चों के लिए स्कूल बनाना चाहते हैं.

इकबाल अंसारी ने दिखाई 5 एकड़ जमीन.

इकबाल अंसारी ने किया रिव्यू पिटिशन का विरोध

अयोध्या भूमि मामले में फैसला रामलला के पक्ष में आने के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में जमीयत उलेमा की तरफ से रिव्यू पिटिशन दाखिल करवा दी है. हालांकि, बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने इस रिव्यू पिटिशन का खुलकर विरोध किया है. उन्होंने इसे राजनीति करार देते हुए इस पिटीशन के साथ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का भी विरोध किया है. सुप्रीम कोर्ट में दायर होने वाली रिव्यू पिटिशन का सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिया वक्फ बोर्ड ने भी विरोध किया है.

इकबाल अंसारी ने की घर के आगे खाली पड़ी जमीन की मांग

दरअसल, भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चली लगातार सुनवाई के बाद आए फैसले में मुस्लिम समुदाय को अयोध्या में ही 5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला दिया गया था. वहीं, इकबाल अंसारी के मुताबिक उनके आवास के सामने पड़ी भूमि को दिया जाए, जिस पर वह महिला अस्पताल और स्कूल बनाये जाने की बात कर रहे हैं.

इस मामले में इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से मस्जिद के लिए जमीन मिली है, लेकिन अब तक फाइनल हमें कुछ भी नहीं बताया गया है कि कहां जमीन मिलेगी. हम बार-बार कह रहे हैं कि हमको जमीन बताई जाए, लेकिन कोई वाजिब जवाब नहीं मिला है.

मेरे घर के सामने जमीन खाली है. यह सरकारी जमीन है. हमें यही दे दी जाए. इस पर हमें स्कूल और हॉस्पिटल बनाकर दें, ताकि अयोध्या का नाम रोशन होगा. कम से कम हमारे पिता को और हमें लोग याद रखेंगे. यहीं बगल में बिजली सईद का मकबरा भी है, मस्जिद भी है, उसी को सरकार डेवलप कर दे. नमाज भी वहीं अदा हो जाएगी. हमारे इस प्रस्ताव पर सरकार ध्यान दे, जिससे पूरे हिंदुस्तान में एक अमन-चैन का वातावरण रहेगा. पूरी दुनिया भी हमारी बातों का सम्मान करेगी.
-इकबाल अंसारी, पक्षकार ,बाबरी मस्जिद

अयोध्या: अयोध्या भूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ भूमि दिए जाने को लेकर जिला प्रशासन भूमि की तलाश कर रही है. वहीं बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने अपने आवास के सामने स्थित भूमि को दिए जाने की मांग की है. यही नहीं, इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कहा कि इस जमीन पर हम हॉस्पिटल और बच्चों के लिए स्कूल बनाना चाहते हैं.

इकबाल अंसारी ने दिखाई 5 एकड़ जमीन.

इकबाल अंसारी ने किया रिव्यू पिटिशन का विरोध

अयोध्या भूमि मामले में फैसला रामलला के पक्ष में आने के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में जमीयत उलेमा की तरफ से रिव्यू पिटिशन दाखिल करवा दी है. हालांकि, बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने इस रिव्यू पिटिशन का खुलकर विरोध किया है. उन्होंने इसे राजनीति करार देते हुए इस पिटीशन के साथ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का भी विरोध किया है. सुप्रीम कोर्ट में दायर होने वाली रिव्यू पिटिशन का सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिया वक्फ बोर्ड ने भी विरोध किया है.

इकबाल अंसारी ने की घर के आगे खाली पड़ी जमीन की मांग

दरअसल, भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चली लगातार सुनवाई के बाद आए फैसले में मुस्लिम समुदाय को अयोध्या में ही 5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला दिया गया था. वहीं, इकबाल अंसारी के मुताबिक उनके आवास के सामने पड़ी भूमि को दिया जाए, जिस पर वह महिला अस्पताल और स्कूल बनाये जाने की बात कर रहे हैं.

इस मामले में इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से मस्जिद के लिए जमीन मिली है, लेकिन अब तक फाइनल हमें कुछ भी नहीं बताया गया है कि कहां जमीन मिलेगी. हम बार-बार कह रहे हैं कि हमको जमीन बताई जाए, लेकिन कोई वाजिब जवाब नहीं मिला है.

मेरे घर के सामने जमीन खाली है. यह सरकारी जमीन है. हमें यही दे दी जाए. इस पर हमें स्कूल और हॉस्पिटल बनाकर दें, ताकि अयोध्या का नाम रोशन होगा. कम से कम हमारे पिता को और हमें लोग याद रखेंगे. यहीं बगल में बिजली सईद का मकबरा भी है, मस्जिद भी है, उसी को सरकार डेवलप कर दे. नमाज भी वहीं अदा हो जाएगी. हमारे इस प्रस्ताव पर सरकार ध्यान दे, जिससे पूरे हिंदुस्तान में एक अमन-चैन का वातावरण रहेगा. पूरी दुनिया भी हमारी बातों का सम्मान करेगी.
-इकबाल अंसारी, पक्षकार ,बाबरी मस्जिद

Intro:अयोध्या. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ भूमि में दिए जाने को लेकर जिला प्रशासन भूमि की तलाश कर रही है। वहीं बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने अपने आवास के सामने स्थित भूमि को दिए जाने की मांग की हैं। यही नहीं इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कहा कि, इस जमीन पर हम हॉस्पिटल और बच्चों के लिए स्कूल बनाना चाहते हैं।
आपको बताते चलें कि श्री राम जन्मभूमि मामले में फैसला रामलला के पक्ष में आने के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में जमीयत उलेमा की तरफ से रिव्यू पिटिशन दाखिल करवा दी है लेकिन इस रिव्यू पिटिशन का विरोध बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने खुलकर विरोध किया है उन्होंने इसे राजनीति करार देते हुए इस पेटीशन के साथ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का भी विरोध किया है सुप्रीम कोर्ट में दायर होने वाली स्टेशन का सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिया वक्फ बोर्ड ने भी विरोध किया है।
दरसल मंदिर मस्जिद विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चले लगातार सुनवाई के बाद आये फैसले में मुस्लिम समुदाय को अयोध्या में ही 5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला दिया गया था, वहीं इकबाल अंसारी के मुताबिक उनके आवास के सामने पड़े भूमि को दिया जाए , जिस पर महिला अस्पताल व स्कूल बनाये जाने की बात कर रहे हैं।

Body:इकबाल अंसारी ने 5 एकड़ भूमि दिए जाने को लेकर कहा कि, सुप्रीम कोर्ट से मस्जिद के लिए जमीन मिली है, लेकिन अब तक फाइनल हमें कुछ भी नहीं बताया गया है कहाँ जमीन मिलेगी। हम बार बार कह रहे हैं, हमको जमीन बताई जाए, लेकिन कोई वाजिब जवाब नहीं मिला है।
इक़बाल अंसारी ने कहा कि, मेरे घर के सामने जमीन खाली है सरकारी जमीन है, हमें यही दे दिया जाए, इस पर हमें स्कूल और हॉस्पिटल बनाकर दें, जिससे अयोध्या का नाम रोशन होगा, कम से कम हमारे पिता को और हमें लोग याद रखेंगे। यहीं बगल में हमारे बिजली सईद का मकबरा भी है, मस्जिद भी है, उसी को सरकार डेवेलोप कर दे। नमाज़ भी वहीं अदा हो जाएगी। यहाँ अब हमारे इस प्रस्ताव पर सरकार ध्यान दे, जिससे पूरे हिंदुस्तान में एक अमन-चैन का वातावरण रहेगा, पूरी दुनिया भी हमारी बातों का सम्मान करेगी। अगर सरकार हमारे घर के सामने जमीन देती है तो पूरा हिंदुस्तान इस बात को मानेगा की वहां स्कूल भी बनेगा मस्जिद भी है जो पूरे देश दुनिया को पसंद आएगा।

Byte-इकबाल अंसारी बाबरी मस्जिद पक्षकारConclusion:दिनेश मिश्रा
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