अयोध्या: बाबरी विध्वंस मामले में लखनऊ की विशेष सीबीआई कोर्ट बुधवार को अपना फैसला सुनाएगी. मामले में कुल 49 नामजद आरोपियों के अलावा कारसेवकों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था. 28 साल बाद मामले में फैसला आने वाला है. फैसले से पहले अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस बैरिकेडिंग लगाकर सघन तलाशी अभियान चला रही है.
30 सितंबर को आने वाले फैसले के मद्देनजर जिले में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है. राम जन्मभूमि परिसर की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी है. परिसर की ओर से गुजरने वाले सभी वाहनों और व्यक्तियों की सघन तलाशी और पूछताछ के बाद ही उन्हें जाने की अनुमित दी जा रही है. जिले के टेढ़ी बाजार चौराहे और हनुमानगढ़ी चौराहे से ज्यादातर लोगों का आवागमन होता है. यहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस टीम को अलर्ट किया गया है. एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है, जिससे कोई असामाजिक तत्व गलत हरकत न कर सके. सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पूरे जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. फैसला आने के बाद जिले में किसी भी अराजकतत्व की गलत हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी. संबंधित लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस की ओर जिले के सभी मुख्य मार्गों के अलावा सभी चौराहों पर भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
बता दें कि बाबरी विध्वंस केस में आरोपी बनाए गए कुल 49 लोगों में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, चंपत राय, डॉ. रामविलास दास वेदांती, कल्याण सिंह, विनय कटियार सहित अन्य लोग शामिल हैं, जबकि इस मुकदमे से संबंधित 17 लोगों की मौत हो चुकी है.