अयोध्या: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के गुलावठी थाना क्षेत्र के गांव बराल में बुधवार की रात कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा 4 मंदिरों की मूर्तियों को खंडित कर दिया गया था. इस मामले ने प्रदेश की राजनीति ने तूल पकड़ लिया है. एक ही गांव के 4 मंदिरों में प्रतिमाएं तोड़े जाने से अयोध्या के प्रमुख सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने इस पूरी घटना को एक सोची समझी साजिश करार दिया है.
हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजू दास ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल को बदनाम करने के लिए इस तरह की साजिश की गई है. प्रदेश सरकार इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करे. साथ ही जो भी व्यक्ति दोषी हैं, उन्हें कड़ी सजा दे. जिससे भविष्य में इस तरह की सामाजिक वैमनस्यता फैलाने वाली घटना सामने न आए.
हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी ने बयान जारी करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश शांत प्रदेश बन चुका है. जहां पर कानून व्यवस्था का राज है. कुछ वर्ष पहले उत्तर प्रदेश को पूरा देश दंगा प्रदेश के नाम से जानता था. जहां पर बात-बात पर सांप्रदायिक दंगे हो जाते थे. लेकिन आज प्रदेश में कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त है. यह बात प्रदेश में ही रहने वाले कुछ असामाजिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों को पसंद नहीं आ रही है. उत्तर प्रदेश को वापस दंगा प्रदेश बनाने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है. जिस प्रकार से मंदिर की प्रतिमाओं को खंडित किया गया है. उससे स्पष्ट है कि आपसी सद्भाव को खराब करने और दंगा कराने के लिए इस तरह की साजिश की गई है. इस घटना में लिप्त दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
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