अयोध्याः डॉक्टर राममनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी के 25वें दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलाधिपति गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने किया. मुख्य अतिथि के रूप में डिप्टी सीएम डॉक्टर दिनेश शर्मा ने शिरकत की. समारोह में कुल 115 स्वर्ण पदक प्रदान किए गये. जिसमें 28 कुलपति स्वर्ण पदक, 70 कुलाधिपति स्वर्णपदक और दान स्वरूप पदक के रूप में 17 स्वर्णपदक प्रदान किए गये. दीक्षांत समारोह में कुल 777 स्नातक, परास्नातक उपाधि और पीएचडी में 24 उपाधि शोधार्थियों को दी गईं.
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समारोह को संबोधित करती हुई कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि भारत वर्तमान समय में आजादी अमृतोत्सव मना रहा है. 1930 में महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा का शुभारम्भ किया था. ब्रिटिश सरकार ने नमक पर टैक्स लगाने का विरोध, अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से प्रारम्भ हुआ ये आंदोलन देश का आंदोलन बन गया. 150 सालों से लगातार संघर्ष के बाद देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, विद्वानों, युवाओं ने अपने जान को न्यौछावर कर आजादी पायी है. इस आजादी के लिए देश ने भीषण यातनाओं को झेला है. जिसके बाद स्वराज की स्थापना हो पायी है. भारत में देश का हित सर्वोपरि हो, इसी संकल्प पर हमें काम करना होगा. इसके साथ ही आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लेना होगा. महामहिम ने कहा कि यूनिवर्सिटी का ये दायित्व बनता है कि वे आने वाली पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम के मूल्यों से परिचित करायें. इसके साथ ही संकल्प करें कि 15 अगस्त, 2022 तक विशेष अभियान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर विमर्श कर उन स्थलों का भम्रण करें, जो स्वतंत्रता संग्राम के साक्षी बने हैं.
समारोह के मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम डाॅक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि दीक्षांत समारोह ग्रहण की शिक्षा को समर्पित करने का एक अवसर है. समाज के लिए शिक्षा का ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो सके, इस पर काम की आवश्यकता है. नई शिक्षा नीति में शिक्षा का स्तर बढ़े, इसीलिए सरकार राज्य विश्वविद्यालयों में काॅमन पाठ्यक्रम लागू करने की योजना पर काम कर रही है. वर्तमान समय में राज्य सरकार ने डिजीटल लाइब्रेरी की स्थापना की है. कोविड-19 के दौरान राज्य विश्वविद्यालयों ने 30 विभिन्न पाठ्यक्रमों में 79 हजार ई-कंटेंट अपलोड किए हैं. इसमें वीडियों लेक्चर, वायस एवं टेक्स्ट को शामिल किया गया है. डिजीटल लाइब्रेरी के इस्तेमाल के लिए देशभर के विद्यार्थी एवं शिक्षक शिक्षण एवं ज्ञान के लिए अपने उपयोग में ले रहे हैं. केन्द्र सरकार के साथ एमओयू किया गया है. लघु एवं मध्यम उद्योगों के साथ संस्थानों का अनुबंध कर छात्र-छात्राओं को अध्ययन करते-करते रोजगार पाने का अवसर तैयार किया जा रहा है. डाॅ0 दिनेश शर्मा ने बताया कि अयोध्या में श्रीराम विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव कई निजी संगठनों से मिला हुआ है. इस विश्वविद्यालय में ज्योतिष, धर्मग्रन्थों और कर्मकांडों जैसे महत्वपूर्ण विषयों के अध्ययन का प्रस्ताव आया है. राज्य सरकार ने शिक्षण एवं प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइ टीचिंग को लेकर भी काॅफी गंभीर है, और इस क्षेत्र में काम कर रही है.
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह
उधर, आचार्य नरेंद्र कृषि एवं औद्योगिकी विश्वविद्यालय के 22वां दीक्षांत समारोह मनाया गया. जिसमें 579 स्नातक और परास्नातक छात्र-छात्राओं को उपाधी प्रदान की गयी. दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता गवर्नर श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने की. अध्यक्षीय भाषण में कुलाधिपति ने उपाधि पाने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई दी. उपाधि धारकों को समाज और राष्ट्र के प्रति उनके उत्तरदायित्व को स्मरण कराया.