अयोध्या: डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब मूल्यांकन कराने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्णय लिया है. विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग की माने तो लॉकडाउन के चलते केंद्रीय मूल्यांकन संभव नहीं हो पाएगा. अब शिक्षकों के घर मूल्यांकन के लिए कॉपियां भेजी जाएंगी.
लाॅकडाउन के चलते अवध विश्वविद्यालय ने अपनी सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी थी. इसके साथ ही मूल्यांकन का काम भी स्थगित हो गया था. लाॅकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद अब विश्वविद्यालय के परिणाम समय से घोषित किए जाएं, इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन गंभीर है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने अधिकारियों के साथ ऑनलाइन चर्चा के दौरान निर्देश जारी किए हैं.
परीक्षा विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि लाॅकडाउन के चलते केंद्रीय मूल्यांकन संभव नहीं हो पाएगा. ऐसे में विश्वविद्यालय के वीसी ने परीक्षा नियंत्रक को डेटाबेस तैयार करने का निर्देश दिया है, जिसके बाद साथियों की कोडिंग कराकर उन्हें शिक्षकों के घर मूल्यांकन के लिए भेजा जाएगा.
कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित का कहना है कि परीक्षा का परिणाम घोषित करने और उसके बाद प्रवेश की प्रक्रिया शुरू करने में अब लंबा वक्त नहीं है. ऐसे में विश्वविद्यालय की शेष परीक्षाओं को समय का अभाव होने के चलते प्रथम, द्वितीय और तृतीय प्रश्न पत्रों की करने के बजाय विषयवार आयोजित करने पर विचार किया जा रहा है. यह परीक्षाएं तीन पालियों में कराई जाएंगी.
इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षाओं की अवधि कम करने पर भी विचार कर रहा है. सीमित प्रश्नों के आधार पर प्रश्न पत्र तैयार किया जाएगा. प्रश्न पत्रों की मूल्यांकन और शेष परीक्षाओं की योजना को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने प्रति कुलपति प्रो. एसएन शुक्ल परीक्षा नियंत्रक और संकाय अध्यक्षों को 3 दिन में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है. साथ ही पर्सनल परीक्षाएं ऑनलाइन संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं.