अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि पर संत दिव्य और भव्य मंदिर बनने की अपेक्षा कर रहे हैं. भाजपा के पूर्व सांसद व संत डाॅ. रामविलास दास वेदांती ने कहा है कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर सबसे ऊंचा होना चाहिए. डाॅ. वेदांती ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर मंदिर की ऊंचाई 1111 फिट करने की मांग की है.
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राम नगरी में विश्व हिंदू परिषद के मंदिर मॉडल पर बनने वाला रामलला का मंदिर 128 फीट ऊंचा होगा. विश्व हिंदू परिषद के मंदिर मॉडल के अनुसार राम मंदिर की कुल लंबाई 268 फिट पांच इंच, चौड़ाई 140 फिट व धरातल से शिखर से ऊंचाई 128 फिट निर्धारित है. इसी तरह मंदिर में अग्रभाग के अलावा सिंहद्वार, नृत्यमंडप, गर्भगृह का निर्माण होगा.
राम मंदिर में 212 स्तम्भ होंगे. पहली मंजिल में 106 स्तम्भ लगेंगे, जिसकी ऊंचाई 16 फिट छह इंच, दूसरी मंजिल के 106 स्तम्भ की ऊंचाई 14 फिट छह इंच होगी. प्रत्येक स्तम्भ में 16 मूर्तियां होंगी. पहले चबूतरे की ऊंचाई 8 फिट होगी, जो कि परिक्रमा पथ होगा. परिक्रमा पथ 10 फिट चौड़ा होगा. इसी तरह प्रथम तल पर बनने वाली चबूतरे की चौड़ाई 4 फीट 9 इंच होगी. उसके ऊपर 16 फिट तीन इंच की पेटी होगी. पेटी के ऊपर 65 फिट तीन इंच ऊंचाई के शिखर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है.