अयोध्या: राम जन्म भूमि पर करीब 500 वर्षों के बाद रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण होने जा रहा है. भगवान राम के जन्म स्थान पर राम मंदिर का निर्माण बड़ी संख्या में कार सेवकों और राम मंदिर के लिए संघर्षरत रहे संतों और धर्माचार्यों के साथ ही करोड़ों देशवासियों की आस्था का विषय है. मंदिर निर्माण का समय नजदीक आते ही भूमि पूजन से पहले राम नगरी अयोध्या एक अलग रंग में दिख रही है. धर्म नगरी अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर पुन: प्रतिष्ठित होने की खुशी में उत्सव का माहौल है.
राम की पैड़ी से लेकर फैजाबाद मार्ग पर पड़ने वाले सभी घरों को पीले रंग में रंग दिया गया है. साकेत महाविद्यालय से नया घाट तक सड़क के दोनों ओर लकड़ी और लोहे की बल्लियों से सुरक्षा घेरा बनाया गया है. पूरे नगर में जगह-जगह धर्म ध्वज फहरा रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को भगवान राम के जन्म स्थान पर रामलला के भव्य मंदिर की आधारशिला रखेंगे. इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से पीएम मोदी के स्वागत में पूरे नगर को सजाया जा रहा है. राम मंदिर भूमि पूजन को दीपोत्सव की तर्ज पर मनाने की तैयारी की जा रही है. पूरे नगर में सभी प्रमुख स्थलों पर तीन लाख से अधिक दीये जलाने की योजना है. यह जिम्मेदारी डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और अयोध्या के समाजसेवियों को सौंपी गई है.
राम नगरी के प्रवेश द्वार पर स्थित राम की पैड़ी अयोध्या की भव्यता का एहसास कराती है. मंदिर निर्माण की शुरुआत से पहले राम की पैड़ी से अयोध्या की भव्य तस्वीर दिखाई दे रही है. नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि अभी नगर को सजाने का काम काफी शेष रह गया है. ऐसे में राम की पैड़ी से जो तस्वीर दिख रही है वह अगले दो दिन बाद और भव्य दिखने वाली है.