अयोध्याः मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन जन्मस्थली अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में हो रहे मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति को अब अपनी आंखों से श्रद्धालु देख सकेंगे. राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ऐसी व्यवस्था बना रहा है, जिससे राम जन्म भूमि दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु मंदिर निर्माण कार्य को अपनी आंखों से देख सकें. इसके लिए ट्रस्ट तैयारी कर रहा है, हालांकि इस व्यवस्था में अभी 1 वर्ष तक का समय लग सकता है. अभी नींव खोदकर उन्हें भरने का काम चल रहा है और यह काम पूरा होने के बाद ही प्रथम तल का निर्माण शुरू होगा. इसके बाद ही श्रद्धालुओं को यह दर्शन उपलब्ध होंगे.
श्रद्धालुओं को उपलब्ध होगी यह व्यवस्था
राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और पाइलिंग के जरिए बुनियाद खोदने और उसमें कंक्रीट का मसाला भरने का काम शुरू होने वाला है. इस प्रक्रिया में 1 मीटर व्यास का करीब 100 फीट गहरा गड्ढा खोदा जाएगा और उसमें कंक्रीट का मसाला भरा जाएगा. इस तरह के कुल 1200 पिलर्स खोदे जाएंगे. इसके बाद इन्हीं पिलर्स के ऊपर मंदिर का निर्माण होगा. ट्रस्ट ऐसी व्यवस्था बना रहा है कि पिलर्स का निर्माण होने के बाद जब प्रथम तल पर मंदिर का निर्माण शुरू हो तो राम जन्मभूमि में रामलला का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु कर सकें.
लग सकते हैं 1 साल का समय
प्रकाश गुप्ता ने बताया कि इस व्यवस्था को लागू होने में अभी 1 वर्ष तक का समय लग सकता है. क्योंकि अभी नीव भरने का काम 1 वर्षों तक चलेगा और पाइलिंग के काम में 100 फीट गहरे और 1 मीटर चौड़ा गड्ढे खोदे जाएंगे. ऐसे में इन गड्ढों का दर्शन कराना श्रद्धालुओं के लिए खतरनाक हो सकता है और प्रशासन इसकी अनुमति नहीं देगा. इसलिए जब तक बुनियाद का काम चल रहा है. तब तक दर्शन संभव नहीं है, लेकिन जैसे ही नीव भरने का काम संपन्न हो जाएगा. प्रथम तल का निर्माण राम भक्तों की आंखों के सामने ही होगा.