अयोध्या: संतों-महन्तों सहित लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने राम-राम का कीर्तन करते हुए सकुशल अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा पूरी की. कोविड 19 की चुनौतियों के बीच प्रशासनिक कुशलता के चलते विपरीत परिस्थितियों में परिक्रमा सकुशल होने पर प्रशासन व संत प्रसन्न हैं. परिक्रमा के बाद श्रद्धालुओं ने सरयू स्नान कर रामलला, हनुमानगढ़ी,कनक भवन का दर्शन तथा नागेश्वरनाथ के अभिषेक के किया.
परिक्रमा सकुशल संपन्न होने पर दी बधाई
मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार के दिशा निर्देश में कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम बचाव संबंधी सभी दिशा-निर्देशों का अनुपालन कराते हुए पंच कोसी परिक्रमा सकुशल संपन्न होने पर मेला ड्यूटी में लगे सभी जोनल, सेक्टर, सब सेक्टर, स्टेटिक मजिस्ट्रेट सहित स्थानीय व बाहर से आये हुए पुलिस के अधिकारियों, स्थानीय जनता श्रद्धालुओं को बधाई दी.
कोविड-19 जांच की टीमें व टेंपरेचर स्कैनिंग टीमें भी थी क्रियाशील
परिक्रमा के दौरान कोविड-19 संक्रमण की गंभीरता के दृष्टिगत 17 जगहों पर कोविड हेल्प डेस्क क्रियाशील रहे. इसी के साथ ही परिक्रमा क्षेत्र में कोविड-19 जांच की टीमें व टेंपरेचर स्कैनिंग टीमें भी क्रियाशील रहकर परिक्रमार्थियों को आवश्यक सुविधाएं एवं सुझाव प्रदान करते रहे. जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा संपूर्ण परिक्रमा मार्ग पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था व साफ-सफाई सुनिश्चित की गई थी.
लोगों को नियमित जागरूक किया जाता रहा
जगह-जगह पर शौचालय की स्थापना की गई. मेला क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में लोगों के पेयजल हेतु 18 टैंकर लगाये गये थे. अधिकारियों द्वारा कोविड-19 संक्रमण की गंभीरता के दृष्टिगत स्वयं को सुरक्षित रखते हुए लोगों को नियमित जागरूक किया जाता रहा और लोगों को बचाव संबंधी सभी एहतियात बरतने संबंधी दिशा निर्देश देते रहे.
सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत भी पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के बीच पंचकोसी परिक्रमा 26 तारीख को प्रातः 5: 57 तक जारी रही. संबंधित अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में डटे रहने के निर्देश दिए गए थे. जिससे कि पूर्ण रुप से पंचकोसी परिक्रमा सकुशल संपन्न हो सकीं. श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन, सरकार की पूरी सराहना की.
आम जनमानस में शासन प्रशासन के प्रति विश्वास विश्वास बढ़ा दिखा. उपनिदेशक सूचना डॉ मुरलीधर सिंह ने मेला क्षेत्र का भ्रमण किया तथा राम आश्रम के महंत जयराम दास के साथ पंचकोसी परिक्रमा की. परिक्रमा के बाद अधिकांश श्रद्धालु वापस लौट रहे हैं.