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अमृत महोत्सव के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया भूमि पूजन, 14 जनवरी से शुरू होगा कार्यक्रम

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 10, 2023, 6:00 PM IST

अयोध्या में 14 से 24 जनवरी के बीच अमृत महोत्सव (Ayodhya Amrit Mahotsav) का आयोजन होगा. इसे लेकर तेजी से तैयारियां चल रहीं हैं. शुक्रवार को डिप्टी सीएम ने राम नगरी पहुंचकर इसके लिए भूमि पूजन भी किया.

अमृत महोत्सव के लिए अयोध्या में भूमि पूजन किया गया.
अमृत महोत्सव के लिए अयोध्या में भूमि पूजन किया गया.
अमृत महोत्सव के लिए अयोध्या में भूमि पूजन किया गया.

अयोध्या : धर्म नगरी अयोध्या में 14 से 22 जनवरी तक अमृत महोत्सव का आयोजन होना है. शुक्रवार को इसके लिए रामानंद मिशन एवं श्री तुलसी पीठ सेवा न्यास की ओर से भूमि पूजन, ध्वजारोहण रथ यात्रा का शुभारंभ किया गया. भक्तमाल जी की बगिया एवं महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बतौर यजमान पत्नी समेत हिस्सा लिया. उन्होंने भूमि पूजन कराया. वहीं मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र वी आर्लेकर भी मौजूद रहे.

कई साधू-संतों ने लिया हिस्सा : भूमि पूजन कार्यक्रम में जगतगुरु रामानंदाचार्य, रामभद्राचार्य महाराज, मणिरामदास, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, सहित निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्मदास, जानकी घाट बड़ा स्थान के महंत जनमेजय शरण सहित अयोध्या के अन्य वरिष्ठ साधू-संत मौजूद रहे. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन का कार्यक्रम हुआ. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक अपनी पत्नी के साथ यजमान के रूप में मौजूद रहे. यह कार्यक्रम अष्टोत्तर सहस्त्र कुंडिया हनुमान महायज्ञ के रूप में 14 जनवरी से 22 जनवरी के बीच अयोध्या में आयोजित होगा. इसमें बड़ी संख्या में भक्ति श्रद्धालु शामिल होंगे.

जगतगुरु रामभद्राचार्य ने भी कार्यक्रम में लिया हिस्सा.
जगतगुरु रामभद्राचार्य ने भी कार्यक्रम में लिया हिस्सा.

स्वामी रामभद्राचार्य बोले- नव अयोध्या विश्व के सुंदर नगरों में से एक होगा : मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए जगतगुरु रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से नव अयोध्या बसाई जा रही है. यह विश्व के सबसे सुंदरतम नगर में से एक होगा. हनुमान महायज्ञ का उद्देश्य बुरी शक्तियों का नाश करना है. रामलला भव्य राम मंदिर में विराजमान हों और राम भक्तों के कष्ट मिट जाएं. श्री रामचरितमानस और हिंदू धर्म पर विभिन्न राजनीतिक दलों की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति सनातन धर्म के प्रति उल्टे-सीधे बयान दे रहा है वह मूर्ख है. उसके बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहता. वहीं अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के सवाल पर उन्होंने कहा कि अयोध्या में आयोजित होने वाला दीपोत्सव विश्व स्तरीय आयोजन है. भगवान राम के स्वागत में यह आयोजन हो रहा है. यह अविस्मरणीय है.

डिप्टी सीएम का स्वागत किया गया.
डिप्टी सीएम का स्वागत किया गया.

विश्व गुरु बनाने के लिए हो रहा आयोजन : कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हम मां भारती को विश्व गुरु बनाने के लिए भारत से बुरी शक्तियों के नाश के लिए और देश की एकता-अखण्डता के लिए अनुष्ठान करने जा रहे हैं. दीपोत्सव के आयोजन पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में आयोजित यह आयोजन ऐतिहासिक है. 21 लाख दीपक जलाकर हम एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे. भगवान राम के आगमन की खुशी में यह आयोजन हो रहा है. आनंद की कोई सीमा नहीं है. 22 जनवरी को रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. यह सनातन की विजय है.

यह भी पढ़ें : अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए मिला आमंत्रण पत्र तो सीएम बोले-आह्लादित है मन, धन्य हो गया जीवन

अमृत महोत्सव के लिए अयोध्या में भूमि पूजन किया गया.

अयोध्या : धर्म नगरी अयोध्या में 14 से 22 जनवरी तक अमृत महोत्सव का आयोजन होना है. शुक्रवार को इसके लिए रामानंद मिशन एवं श्री तुलसी पीठ सेवा न्यास की ओर से भूमि पूजन, ध्वजारोहण रथ यात्रा का शुभारंभ किया गया. भक्तमाल जी की बगिया एवं महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बतौर यजमान पत्नी समेत हिस्सा लिया. उन्होंने भूमि पूजन कराया. वहीं मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र वी आर्लेकर भी मौजूद रहे.

कई साधू-संतों ने लिया हिस्सा : भूमि पूजन कार्यक्रम में जगतगुरु रामानंदाचार्य, रामभद्राचार्य महाराज, मणिरामदास, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, सहित निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्मदास, जानकी घाट बड़ा स्थान के महंत जनमेजय शरण सहित अयोध्या के अन्य वरिष्ठ साधू-संत मौजूद रहे. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन का कार्यक्रम हुआ. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक अपनी पत्नी के साथ यजमान के रूप में मौजूद रहे. यह कार्यक्रम अष्टोत्तर सहस्त्र कुंडिया हनुमान महायज्ञ के रूप में 14 जनवरी से 22 जनवरी के बीच अयोध्या में आयोजित होगा. इसमें बड़ी संख्या में भक्ति श्रद्धालु शामिल होंगे.

जगतगुरु रामभद्राचार्य ने भी कार्यक्रम में लिया हिस्सा.
जगतगुरु रामभद्राचार्य ने भी कार्यक्रम में लिया हिस्सा.

स्वामी रामभद्राचार्य बोले- नव अयोध्या विश्व के सुंदर नगरों में से एक होगा : मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए जगतगुरु रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से नव अयोध्या बसाई जा रही है. यह विश्व के सबसे सुंदरतम नगर में से एक होगा. हनुमान महायज्ञ का उद्देश्य बुरी शक्तियों का नाश करना है. रामलला भव्य राम मंदिर में विराजमान हों और राम भक्तों के कष्ट मिट जाएं. श्री रामचरितमानस और हिंदू धर्म पर विभिन्न राजनीतिक दलों की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति सनातन धर्म के प्रति उल्टे-सीधे बयान दे रहा है वह मूर्ख है. उसके बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहता. वहीं अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के सवाल पर उन्होंने कहा कि अयोध्या में आयोजित होने वाला दीपोत्सव विश्व स्तरीय आयोजन है. भगवान राम के स्वागत में यह आयोजन हो रहा है. यह अविस्मरणीय है.

डिप्टी सीएम का स्वागत किया गया.
डिप्टी सीएम का स्वागत किया गया.

विश्व गुरु बनाने के लिए हो रहा आयोजन : कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हम मां भारती को विश्व गुरु बनाने के लिए भारत से बुरी शक्तियों के नाश के लिए और देश की एकता-अखण्डता के लिए अनुष्ठान करने जा रहे हैं. दीपोत्सव के आयोजन पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में आयोजित यह आयोजन ऐतिहासिक है. 21 लाख दीपक जलाकर हम एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे. भगवान राम के आगमन की खुशी में यह आयोजन हो रहा है. आनंद की कोई सीमा नहीं है. 22 जनवरी को रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. यह सनातन की विजय है.

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