अयोध्या: आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ बगावत कर जेल यात्रा करने वाले मऊ यदुवंशपुर गांव के रहने वाले लोकतंत्र सेनानी साधु चरण प्रजापति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. उनका शव गांव के बाहर स्थित एक कुएं के अंदर से पाया गया है. जबकि कुएं के बाहर उनकी चप्पल और उनका चश्मा रखा हुआ था. माना जा रहा है कि अवसाद से ग्रसित होने के कारण उन्होंने ऐसा कदम उठाया.
थाना कैंट क्षेत्र के मऊ यदुवंशपुर गांव के रहने वाले लोकतंत्र सेनानी साधु चरण प्रजापति के बारे में बताया जाता है कि गांव के लोगों से वे अक्सर कहा करते थे कि उनकी बात राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से कराइ जाए. देश में कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बताया जाता है कि लोकतंत्र सेनानी काफी दिन से अवसाद में चल रहे थे.
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शहर के जमथरा घाट पर लोकतंत्र सेनानी के पुत्र ने उनको मुखाग्नि दी. इस मौके पर सोहावल तहसीलदार प्रमेश कुमार और एसएचओ कैंट विनोद बाबू मिश्रा ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद लोकतंत्र सेनानी को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई.