अयोध्या: धर्मनगरी में 11 नवंबर को वृहद स्तर पर दीपोत्सव कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी चल रही है. इस बार राम की पैड़ी के अलावा सरयू नदी के किनारे गुप्तार घाट से नया घाट पक्के मार्ग पर भी दीप जलाए जाएंगे. हालांकि, यह दीपोत्सव जनसहभागिता के आधार पर होगा. डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि राम की पैड़ी पर 21 लाख दीये जलाने का लक्ष्य है. इसके अलावा अयोध्या शहर में जगह-जगह दीप जलाने की भी योजना है. इसके साथ ही अयोध्या के जो पौराणिक स्थल और कुंड है, वहां पर भी दीप उत्सव मनाया जाएगा. जिला प्रशाशन ने लोगों से अपील की है कि वह जहां रहते हैं, अपने घर के साथ साथ उसके आसपास जो भी पौराणिक स्थल है, वहां पर दीप जरूर जलाएं.
बता दें कि 11 नवंबर को रामनगरी अयोध्या के सरयू तट के किनारे दीपोत्सव मनाया जाएगा. इसकी तैयारियां व्यापक स्तर पर चल रही हैं. जिला प्रशासन व्यवस्थाओं को लेकर आए दिन बैठके कर रहा है. राम की पैड़ी पर दीपोत्सव आयोजन के लिए अवध विश्वविद्यालय को नोडल बनाया गया है. गुप्तार घाट से लेकर संत तुलसीदास घाट तक दीपोत्सव मनाए जाने पर स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की है. योगी सरकार ने गुप्तार घाट से नया घाट तक लगभग 9 किलोमीटर सरयू के किनारे पक्का नया मार्ग निर्मित करवाया है. इस पर दीपोत्सव मनाया जाएगा. आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने पहले ही दीपोत्सव को प्रांतीय मेले का दर्जा दे रखा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे के पहले प्रमुख सचिव नगर विकास डूडा अमृत अभिजात्य अयोध्या पहुंचे. उन्होंने विकास प्राधिकरण के सभागार में अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की. इसके साथ ही अधिकारियों से अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी ली. बैठक के बाद अमृत अभिजात्य ने कहा कि अयोध्या एक ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी है. अयोध्या के इतिहास में अब एक नया अध्याय जुड़ रहा है. बहुत ही व्यापक स्तर पर अयोध्या का विकास हो रहा है. दरअसल, राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह और दीपोत्सव की तैयारियो का जायजा लेने 21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के दौरे पर हैं. 22 जनवरी 2024 को रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित होगा.
प्रमुख सचिव नगर विकास डूडा अमृत अभिजात्य ने कहा कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पहले श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाएं, सौंदर्यीकरण और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है. आने वाले समय में अयोध्या में लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे. ऐसे में उनके टॉयलेट की व्यवस्था, उनके रहने की व्यवस्था, सड़कों का प्रबंधन, जानवरों को लेकर प्रबंधन और श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था का प्रयास किया जा रहा है. स्वच्छ भारत अभियान बजट, अंत्येष्टि बजट, कान्हा गौशाला बजट अवस्थापना निधि व अमृत बजट से भी विकास कार्य किया जा रहा है. आने वाले समय के लिए अयोध्या को तैयार किया जा रहा है कि जितने भी श्रद्धालु यहां आएं, उनको अच्छी सुविधा मिले इसका प्रयास किया जा रहा है.
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