अयोध्या : कोरोना महामारी ने देश में सामाजिक ताने बाने के छिन्न-भिन्न कर दिया है. किसी को चार कंधे नहीं मिल रहे हैं तो कहीं बेटियां ही बेटों का फर्ज निभा रही हैं. अयोध्या में चंद्रभूषण श्रीवास्तव की मौत पर उनकी बेटियों ने उन्हें कंधा दिया. हालांकि चंद्रभूषण में कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन कोरोना के डर से अंतिम संस्कार के समय आसपास के लोग नहीं आए.
बेटियों ने दी मुखाग्नि
मामला जिले के तोगपुर अंतर्गत सहादतगंज का है. गुरुवार शाम चंद्रभूषण श्रीवास्तव की मौत हो गई. चंद्रभूषण की मौत के बाद उनके पड़ोसियों व पाटीदार के लोगों ने पीड़ित परिवार की सुधि नहीं ली. इसके बाद बेटियों ने खुद ही पिता की अर्थी को कंधा देने की ठान ली. दोनों बेटियों रेखा व रोली ने बेटा बनकर अपना फर्ज निभाया. पिता की अर्थी को कंधा दिया. इतना ही नहीं, बेटियों ने ही उन्हें मुखाग्नि भी दी. इस तरह तीनों बेटियों ने सामाजिक रुढ़िवादी नियम तोड़कर मिसाल पेश की है.
इसे भी पढ़ें : रूढ़िवाद की बदलती तस्वीर, इन बेटियों ने मां की अर्थी को दिया कंधा
इसकी सूचना जब गोसेवक रितेश दास को मिली तो उन्होंने महापौर ऋषिकेश उपाध्याय से सहयोग लेकर चंद्रभूषण के घर से शव को लेकर श्मशान घाट तक पहुंचाया. दोनों बेटियों से रितेश दास ने कहा कि 'बहन घबराओ मत, आप हमारी बहन हैं, आपकी पूरी मदद करूंगा.' वहीं, रेखा ने बताया, 'बेटियों को कंधा देने में क्या परेशानी है. ऐसा करके हमें गर्व का अनुभव हो रहा है.'