अयोध्या: 5 अगस्त सन 2020 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के बाद शुरू हुए मंदिर निर्माण का कार्य लगभग 30 फ़ीसदी तक पूरा हो चुका है. बचा हुआ काम करीब 3.5 वर्ष में पूरा होना है. शुक्रवार की शाम ट्रस्ट द्वारा मीडिया कर्मियों को मंदिर निर्माण की प्रगति से अवगत कराया गया.
अयोध्या में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बावजूद करीब 40 इंजीनियरों की देखरेख में 250 मजदूरों की टीम दिन-रात मंदिर निर्माण में जुटी हुईं हैं.
तकनीकी विशेषज्ञ जगदीश आफ़डे ने बताया कि एलएंडटी कंक्रीट डालने का काम कर रही है. डिजाइन और पीएमसी का काम टाटा कंसल्टेंसी कर रही है. डेढ़ साल का काम पूरा हो चुका है.
परकोटे का काम शुरू होगा जो डेढ़ साल चलेगा. कुल मिलाकर 5 साल में निर्माण पूरा होगा. डेढ़ साल का काम पूरा हो चुका है. अभी नीचे का काम चल रहा है. फाउंडेशन के लिए नींव डाली जा चुकी है. उसके ऊपर काम चालू है. अभी जो काम चल रहा है उसमें एम30 कांक्रीट का राफ्ट है. इसके ऊपर पत्थर डालने का काम फरवरी से शुरू होगा.
ग्राउंड फ्लोर, फर्स्ट फ्लोर और उसके बाद सेकेंड फ्लोर और शिखर का काम होना है. इसमें जो प्लिंथ लगेगी उसमें मिर्जापुर और साउथ से आने वाले स्टोन का प्रयोग करेंगे. राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के पिंक स्टोन पर नक्काशी करने का काम चल रहा है. उसका काम पूरा होने के बाद मंदिर निर्माण का काम शुरू होगा.
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उन्होंने बताया कि अभी कंक्रीट डालने का काम चल रहा है. जब पत्थर डालने का काम शुरू होगा तो मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाएगी. अभी करीब ढाई सौ मजदूरों और 40 इंजीनियरों की देखरेख में काम चल रहा है. जरूरत पड़ने पर मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
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