अयोध्या: कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए गृह मंत्रालय ने इसे आपदा घोषित कर दिया है. इस बीच मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने शासन से रामनवमी पर होने वाले बड़े आयोजन पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ऐसे मेले तो होते रहेंगे, लेकिन जीवन सबसे महत्वपूर्ण है.
केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकारें भी कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता अभियान चला रही हैं. बात अगर अयोध्या की करें तो यहां 22 मार्च तक सभी स्कूल और कोचिंग सेंटर बंद कर दिए गए हैं. 25 मार्च से शुरू होने वाले रामनवमी मेले में कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
रामनवमी मेले पर सीएमओ ने रोक लगाने की मांग की
अयोध्या के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने शासन को रामनवमी मेले को रोकने की सलाह दी है. सीएमओ ने कहा है कि रामनवमी मेले में अयोध्या में लाखों की भीड़ होती है. स्वास्थ्य विभाग की नजर से ऐसे भीड़ वाले आयोजनों को रोकना उचित होगा. उन्होंने कहा कि ऐसे मेले तो होते रहेंगे, लेकिन जीवन सबसे महत्वपूर्ण है.
25 मार्च से शुरू होगा रामनवमी मेला
अयोध्या में रामनवमी के दिन भगवान राम का जन्म होता है. इस दिन कोने-कोने से श्रद्धालु राम नगरी पहुंचते हैं. अयोध्या में राम नवमी का मेला 25 मार्च से शुरू हो जाएगा. 2 अप्रैल को रामनवमी के दिन भगवान राम लला का जन्म होगा. 25 मार्च से 2 अप्रैल के बीच अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. इस बार चिकित्सा विभाग रामनवमी मेले को लेकर चिंतित है. भीड़ की स्क्रीनिंग को लेकर अयोध्या के सीएमओ ने इस आयोजन को इस बार रोकने की मांग की है.
कोरोना को लेकर जागरूकता न के बराबर
हालांकि, अयोध्या के जिला चिकित्सालय में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता बिल्कुल न के बराबर है. यहां स्टाफ नर्स तक बिना मास्क लगाए ड्यूटी करती नजर आयीं.