अयोध्या: जिले में प्रत्येक वर्ष चैत्र पूर्णिमा से हनुमान मंडल के बैनर तले निकलने वाली चौरासी कोसी परिक्रमा को इस बार कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है. यह परिक्रमा चैत्र पूर्णिमा से प्रारंभ होकर सीता नवमी तक अनवरत चलती है. चौरासी कोसी परिक्रमा के प्रभारी सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि श्रीरामनवमी के तत्काल बाद हनुमान मंडल अयोध्या के तत्वावधान में परिक्रमा होती है. इसके संचालन में कार सेवकपुरम से प्रस्थान कर परिक्रमा मखभूमि (मखौड़ा) से प्रारंभ होकर अवध धाम के चौरासी कोस में चलती है. जो चैत्र पूर्णिमा से प्रारंभ होकर सीता नवमी तक अनवरत चलती आ रही है.
इन स्थानों से गुजरती है परिक्रमा
परिक्रमा श्रृंगीऋषि आश्रम, गोसाईगंज, तारून, आस्तीकन, जनमेजयकुंड, अमानीगंज, रूदौली, पटरंगा, पसका, वराही देवी, सूकर क्षेत्र आदि सीमावर्ती जिलों से होकर अयोध्या सरयू तट पर पहुंचती है. उन्होंने बताया कि इस बार भी कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखकर परिक्रमा स्थगित कर दी गई है. परिक्रमा इस बार 27 अप्रैल चैत्र पूर्णिमा को प्रारंभ होनी थी.
देश के कई प्रांतों के संत परिक्रमा में होते हैं शामिल
उन्होंने बताया कि देश के कई प्रांतों के संत और धर्माचार्य अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा में समिलित होने की प्रतीक्षा वर्ष भर करते हैं. यह परिक्रमा हमारी सामाजिक समन्वय धार्मिक सांस्कृतिक परंपरा की अनमोल धरोहर है. इसको जीवंत रखना हमारा कर्तव्य है. विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के अनुसार देश और समाज को सुरक्षित रखना उसके स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील होना भी आवश्यक है. हनुमान मंडल द्वारा इस बार कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हनुमान मंडल का परिक्रमा स्थगन का निर्णय समाजहित में है.