अयोध्या: महाराष्ट्र में सरकार के 100 दिन पूरे होने पर उद्धव ठाकरे बतौर मुख्यमंत्री रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे. उद्धव ठाकरे ने इसके पहले भी 'पहले मंदिर फिर सरकार' का नारा देते हुए कहा था कि हमारी सरकार बनी तो हम दर्शन करने आएंगे. वहीं अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष और ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कटाक्ष करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे दर्शन करने आ रहे हैं, इसका कोई विरोध नहीं कर रहा है. हालांकि राजनीति करने वालों को दूर रहना चाहिए, जो लोग राम के नाम पर राजनीति करते हैं यह गलत है.
कांग्रेस से हाथ मिलाने पर चंपत राय ने कहा कि शिवसेना में आने वाले लोग यदि भगवान राम के भक्त हैं तो वो इधर गए या उधर गए इसका कोई अर्थ नहीं. ऐसा नहीं कहा जा सकता कि अमुक दल का आदमी यहां आएगा और अमुक दल का आदमी यहां नहीं आएगा. केवल इतना है कि भगवान के प्रति उनके हृदय में सच्ची भक्ति, आस्था और विश्वास होना चाहिए.
चंपत राय ने रामलला के नजदीक से श्रद्धालुओं के दर्शन पर कहा कि हमें पूरा विश्वास है की यहां जो सुरक्षा बढ़ रही है, उससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं होगी. क्योंकि यहां बहुत तेज गति से सुरक्षा विभाग नए स्थान का विकास कर रहा है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वह 17 मार्च तक अपना काम पूरा कर लेंगे.
चंपत राय ने काम की तैयारी को लेकर कहा कि एक नए स्थान पर भगवान आएंगे तो उस स्थान को भी प्रसन्न करना पड़ेगा. उस स्थान के देवताओं को भी खुश करना पड़ेगा. चंपत राय ने बताया कि 25 मार्च से नवरात्रि शुरू होने के दिन से पास से रामलला के दर्शन होंगे. हम बड़े स्थानों पर 50 फुट की दूरी से भगवान के दर्शन करते हैं, लेकिन यहां पर रामलला के दर्शन पास से हो सकेंगे.
इसे भी पढ़ें- अयोध्या में उद्धव ठाकरे- राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ देने का एलान