लखनऊ: इंडियन ओवरसीज बैंक के साथ धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है. लेदर मैन्युफैक्चरिंग का काम करने वाली ग्लोबल एक्सिम प्राइवेट लिमिटेड पर लोन के पैसे को निर्धारित कार्य की जगह दूसरे कार्य में खर्च करने के आरोप लगे हैं. इसके साथ ही बैंक में फर्जी दस्तावेज भी दिखाने के आरोप हैं. इंडियन ओवरसीज बैंक के चीफ रीजनल मैनेजर निरंजन पांडा की शिकायत पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है.
लखनऊ की क्राइम ब्रांच सेल की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में ग्लोबल एक्सिम प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अरविंद श्रीवास्तव को नामजद किया गया है. वहीं कई अन्य को अज्ञात में दिखाया गया है. अपनी शिकायत में रीजनल मैनेजर निरंजन पांडा ने आरोप लगाए हैं कि ग्लोबल एक्सिम प्राइवेट लिमिटेड ने कानपुर स्थित बैंक के साथ टाइप कर के करोड़ों रुपये लोन लिए, जिसके तहत 10 करोड़ की धोखाधड़ी की गई.
ग्लोबल एक्सिम प्राइवेट लिमिटेड के ऊपर आरोप लगे हैं कि उसने जिस काम को करने के लिए बैंक से लोन लिया उस कार्य को न करके बैंक से ऋण पर लिए गए पैसे को दूसरी जगह इन्वेस्ट किया और बैंक में फर्जी दस्तावेज शामिल किए. कंपनी द्वारा किए गए इस कार्य के तहत बैंक का करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. सीबीआई की शुरुआती जांच में आरोपी ग्लोबल एक्सिम प्राइवेट लिमिटेड सहित कई अन्य कंपनी व बैंक कर्मचारियों की संलिप्तता उजागर हुई है. इसके बाद अब आगे की कार्रवाई की जाएगी.