अयोध्या : जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने बंगाल हिंसा पर केंद्र सरकार को 24 घंटे का समय देकर वहां राष्ट्रपति शासन की मांग की है. 24 घंटे के अंदर मांग पूरी न होने पर आत्मदाह की घोषणा की है.
पूर्व घोषणा के अनुसार आत्मदाह करेंगें जगद्गुरु, तैयारी पूरी
आचार्य पीठ श्रीतपस्वी जी की छावनी निवासी जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने बताया कि वह 25 मई दोपहर 12 बजे अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार आत्मदाह करेंगें जिसकी तैयारियां हो चुकी हैं. उन्होंने कहा अब केंद्र सरकार के पास मात्र 24 घंटे का समय है. मांग की कि सरकार पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए.
'जवाब दे सकता हूं किंतु कानून को हाथ में लेना नहीं चाहता'
परमहंसाचार्य ने कहा कि हालांकि वह दोषियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दे सकते हैं लेकिन कानून को हाथ में नहीं लेना चाहते. लोकतंत्र में जनता को संविधान अधिकार देता है कि वह अपनी मर्जी से किसी भी नेता को वोट दे सकता है. किंतु पश्चिम बंगाल में 2 मई के बाद जैसे ही चुनाव परिणाम घोषित हुआ, ममता बनर्जी के इशारे पर घुसपैठिए और रोहिंग्या मुसलमानों द्वारा बड़ी संख्या में हिंदुओं की हत्या की गई.
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हिंदुओं पर हुआ अत्याचार
परमहंसाचार्य ने कहा कि 5000 से ज्यादा हिंदुओं के घर जला दिए गए. हजारों नाबालिग हिंदू बहन-बेटियों को अपमानित किया गया. बेटियों की रोहिंग्या दरिंदों ने जान ले लिया. लाखों हिंदू पलायन कर चुके हैं. हिंदुओं के घर का रोहिंग्या ने सारा सामान लूट लिया.
घुसपैठियों को चिह्नित कर उनकी सारी संपत्ति जप्त करे सरकार
जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने पूरे पश्चिम बंगाल से घुसपैठियों को चिह्नित कर उनकी सारी संपत्ति जप्त करने व पीड़ित परिवार को देने की मांग की. साथ ही रोहिंग्या को वहां से निकालने की भी मांग की. कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वह भारत माता के चरणों में प्रणाम करके वंदे मातरम बोलते हुए 25 मई दोपहर 12 बजे खुद की चिता में आग लगाकर संसार को अलविदा कह देंगे.