अयोध्या: सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या भूमि विवाद (Ayodhya land dispute) की सुनवाई पूरी कर ली है. कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकती है. इसके मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के खास बंदोबस्त किए गए हैं. स्थानीय पुलिस सहित कई सुरक्षा एजेंसियों के जवानों को सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है.
तीन सुरक्षा जोन (three Security zone) में बंटी है अयोध्या की सुरक्षा
सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या (Ayodhya) को तीन जोन में बांटा गया है. ये हैं रेड जोन, येलो जोन और ब्लू जोन. इसमें सबसे अहम है रेड जोन. रेड जोन में विवादित स्थल की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. इसके लिए एटीएस कमांडोज (ATS Commandos) की तैनाती की गई है. इसके बाद आता है येलो जोन, जिसमें घाट, मंदिर और तमाम धर्मशालाएं हैं. अयोध्या के बाहरी क्षेत्र ब्लू जोन में आते हैं. अयोध्या से लगे हुए सारे जिले ग्रीन जोन में डाले गए हैं.
नेपाल बॉर्डर से आतंकियों के घुसपैठ की सूचना
अयोध्या में इस वक्त सुरक्षा इसलिए भी चौगुनी है, क्योंकि खुफिया विभाग ने नेपाल बॉर्डर से आतंकियों के घुसपैठ की सूचना दी है. अयोध्या में कमांडोज को हर मुख्य जगहों के साथ सार्वजनिक जगहों पर भी तैनात किया गया है. अयोध्या में कुल 16 चिन्हित स्थान हैं, जहां एटीएस कमांडोज (ATS Commandos) को तैनात किया गया है. वहीं 22 ऐसे भी स्थान हैं, जिनमें आरएएफ (RAF Commandos) के कमांडोज गश्त करते हुए देखे जा सकते हैं.
सिक्योरिटी के लिए बनाया गया सेल
अयोध्या (Ayodhya Dispute) में फैसले से पहले या फैसला आने के बाद अराजक तत्वों से निपटने की तैयारी को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हैं. अयोध्या में सुरक्षा के लिए एक सेल बनाया गया है.
पत्थर जमा करने वालों पर खास नजर
सुरक्षा सेल में ड्रोन कैमरे भी लगाए गए हैं. इसकी निगरानी में संकरी गलियों में आने वाले क्षेत्रों को विशेष तौर पर रखा गया है. घरों की छत पर पत्थर जमा करने वालों को संदिग्ध के तौर पर रखा गया है और ऐसे लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.
अयोध्या में परिक्रमा की शुरुआत
अयोध्या में इस समय लगभग 22 लाख श्रद्धालुओं का जमावड़ा है. श्रद्धालु यहां पर 5 कोसी परिक्रमा करेंगे. अभी और भी श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. इसके साथ ही 14 कोसी परिक्रमा शुरू हो चुकी है. ऐसे में यदि परिक्रमा के दौरान फैसला आता है तो उसके लिए भी प्रशासन तैयार है.
अयोध्या की जनता कर रही सहयोग
सीओ अयोध्या अमर सिंह ने बताया कि हमें पूरी तरह से जनता का सहयोग मिल रहा है. किसी प्रकार का उपद्रवी तत्व क्षेत्र में दिखा तो उसकी सूचना यथाशीघ्र हमें मिलेगी.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा का ध्यान
उन्होंने बताया कि इसके अलावा आईबी, एसटीएफ, एटीएस कमांडोज और आरएएफ के जवान हमारे साथ मौजूद हैं. ये सभी सिक्योरिटी हमारी एडवांस प्लानिंग को लेकर की गई हैं. किसी प्रकार की कोई असुविधा स्थानीय या श्रद्धालुओं को न हो, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है.