अयोध्या/बस्ती: कोरोना महामारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देश ने पूरी तरह से जनता कर्फ्यू का पालन किया. देशवासी हर कीमत पर इस भयावह बीमारी से निपटने में शासन और प्रशासन के साथ हैं. जनता कर्फ्यू से देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो रहा है. इसके बावजूद बस्ती जिला प्रशासन जनता कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए कई लोगों की जान को खतरे में डालकर अयोध्या और बस्ती जिले की सीमा पर सड़क बनवा रहा है.
पीएम की अपील का नहीं हुआ कोई असर
जनता कर्फ्यू के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सभी से घरों में रहने की अपील की थी. इस दिन सभी सरकारी और गैर सरकारी विभागों में अवकाश भी था. इसके बावजूद जनपद अयोध्या के विकासखंड माया क्षेत्र के ग्राम काजीपुर माझा थाना महाराजगंज में चल रहे सीमा विवाद पर बस्ती प्रशासन द्वारा खुदाई की गई है. इस पर ग्रामवासियों ने जब विरोध किया तो जबरन उन्हें वहां से भगा दिया गया.
ग्रामवासियों ने इसकी सूचना क्षेत्रीय विधायक इंद्र प्रताप तिवारी को दी. बताया जा रहा है कि मामले में विधायक इंद्र प्रताप तिवारी ने बस्ती के जिला मजिस्ट्रेट और हरैया के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से बात की और जनता कर्फ्यू के दौरान इसे बंद कराने की अपील की. बावजूद इसके सड़क निर्माण का कार्य चलता रहा.
सड़क निर्माण से कई एकड़ फसल बर्बाद
अयोध्या और बस्ती जिले की सीमा पर स्थित काजीपुर माझा गांव में बस्ती और अयोध्या प्रशासन की उदासीनता के चलते ग्रामीण किसानों की सैकड़ों एकड़ लहलहाती फसल बर्बाद हो गई है. मौके पर किसान गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उनके सामने ही उनकी पसीने की कमाई बर्बाद होती रही. कई जेसीबी, डंफर ले जाकर बस्ती प्रशासन ने फसल जोतकर जमीन कब्जे में ले ली.
विधायक ने की कार्रवाई की मांग
मौके पर तनाव की स्थिति को देखते हुए बस्ती जनपद के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हरैया प्रेम प्रकाश मीणा के साथ बड़ी संख्या में पीएसी और पुलिस के जवान मोके पर मौजूद रहे. इस मामले में अयोध्या के गोसाईगंज विधानसभा सीट से विधायक इंद्र प्रताप तिवारी ने बस्ती प्रशासन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.
उन्होंने कहा कि जनता कर्फ्यू के दौरान बस्ती प्रशासन का यह कृत्य राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है. इस कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों में आपस में झड़प भी हुई. ऐसे जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारियों के खिलाफ प्रधानमंत्री की अपील की अवहेलना पर कार्रवाई आवश्यक है.
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