अयोध्या: 23 नवंबर 2007 को कचहरी बम ब्लास्ट मामले में बार एसोसिएशन के एक पूर्व सदस्य की मौत हुई थी. मामले में दोषी डॉ. काजमी और मोहम्मद अख्तर को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. साथ ही दोनों दोषियों पर 50 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है. वहीं सबूतों के अभाव में एक आरोपी को बाइज्जत बरी कर दिया गया. मामले को लेकर नाराज वकीलों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है.
जानें क्या है पूरा मामला
- अयोध्या कचहरी में 23 नवंबर 2007 को हुए सीरियल धमाकों में सजा का एलान हुआ है.
- 12 साल चली मामले की सुनवाई के बाद दो आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है.
- मामले में दोषी डॉ. काजमी और मोहम्मद अख्तर पर 50 हजार का जुर्माना भी लगाया गया.
- सबूतों के अभाव में एक आरोपी को बाइज्जत बरी भी कर दिया गया.
- मामले को लेकर नाराज वकीलों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है.
वकीलों ने की फांसी की मांग
अयोध्या बार एसोसिएशन ने सजा पाए आतंकवादियों को आजीवन कारावास की जगह फांसी देने की मांग करते हुए कचहरी में प्रदर्शन करने का एलान किया है. अयोध्या बार एसोसिएशन के पूर्व सदस्य की भी उसी ब्लास्ट में मौत हो गई थी. तब से बार एसोसिएशन खुद बतौर सदस्य इसे हर पेशी में जोर शोर से उठाता रहा है. वकीलों ने कचहरी में फांसी की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया.