अयोध्या: केंद्र और प्रदेश सरकार रामनगरी के समग्र विकास के साथ हवाई, रेल और सड़क यातायात को सुदृढ़ करने जा रही है. राम मंदिर बनने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या 10 गुना बढ़ने की उम्मीद की जा रही है. ऐसे में एयरपोर्ट के साथ सभी छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों की रिमॉडलिंग की जाएगी. प्रदेश सरकार की मांग पर इस दिशा में केंद्र सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं.
बहुप्रतिक्षित राम मंदिर निर्माण के साथ भव्य और नव्य अयोध्या के सपने को साकार करने के लिए योगी सरकार की कई परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है. रामायण सर्किट योजना के तहत देश के सभी प्रमुख 13 स्थलों से हाईवे और हवाई यातायात से अयोध्या को जोड़ने के साथ अब फैजाबाद जंक्शन की क्षमता बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है. इसके लिए सांसद लल्लू सिंह की मौजूदगी में रेलवे के प्रमुख अधिकारियों की एक बैठक हुई.
विराट अयोध्या के विजन पर हुई चर्चा
डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि अयोध्या सांसद लल्लू सिंह का विराट अयोध्या एक विजन है. इस विजन को रेलवे अपनी सुविधाओं के संवर्धन और उच्चीकरण के द्वारा कैसे पूरा करेगा, इस विषय पर चर्चा की गई. मंदिर बनने के साथ ही बड़ी संख्या में जनमानस के आने की संभावना है. उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता होगी. इसके लिए अयोध्या के रेलवे स्टेशन की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता होगी. यहां रेलवे लाइनों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य पहले से ही चल रहा है.
राम नगरी में पर्यटकों को होगा अनोखा अनुभव
सरकार की ओर से ऐसी योजना पर विचार चल रहा है कि अयोध्या में प्रवेश करने से पहले ही उन्हें यह अनुभव होगा कि वह प्रभु श्री राम की जन्मस्थली आ रहे हैं. इसके साथ ही विशेष ट्रेन से आने वाले यात्रियों के लिए समुचित सुविधाओं की व्यवस्था की योजना पर विचार चल रहा है. इस विषय में अयोध्या के सभी स्टेशनों को लेकर एक समग्र विकास की योजना बनाई जाएगी. बैठक में इस विषय पर चर्चा की गई.
रेलवे स्टेशन उच्चीकरण के लिए समन्वय समिति गठित
डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि अयोध्या के रेलवे स्टेशनों पर सुविधाओं के संवर्धन और उच्चीकरण के लिए एक समिति बनाई गई है. इसका अध्यक्ष अयोध्या के कमिश्नर को नियुक्त किया गया है. इस समिति के सुझाव के आधार पर जमीन और अन्य सुविधाओं संबंधी समस्याओं को हल किया जा सकेगा.
21 नवंबर को रेलवे के अधिकारियों की होगी बैठक
अयोध्या के सभी रेलवे स्टेशनों की सूचीकरण और यात्री सुविधाओं को लेकर 21 नवंबर को रेलवे अधिकारियों की बैठक होने वाली है. इस बैठक के पहले रेलवे अधिकारियों के दल ने फैजाबाद जंक्शन, रामघाट हाल्ट रेलवे स्टेशन और अन्य छोटे स्टेशनों की सुविधाओं का जायजा लिया. अयोध्या में भविष्य में पर्यटकों की बढ़ने वाली संख्या को देखते हुए रेलवे स्टेशनों के उच्चीकरण को लेकर 21 नवंबर की बैठक में चर्चा की जाएगी.
दरअसल, अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने केंद्र सरकार के समक्ष फैजाबाद जंक्शन के नाम बदलने का भी प्रस्ताव रखा है. फैजाबाद जंक्शन का नाम अयोध्या कैण्ट रखने की मांग की है. यह तय माना जा रहा है कि भविष्य में फैजाबाद जंक्शन का नाम बदला जा सकता है. सांसद लल्लू सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक में रामघाट हाल्ट स्टेशन के साथ अयोध्या के अन्य स्टेशनों के उच्चीकरण विद्युतीकरण, रेलवे लाइन के दोहरीकरण को लेकर चर्चा हुई. अयोध्या रेलवे स्टेशन के विकास का कार्य चल रहा है. इसके साथ ही रामघाट हाल्ट रेलवे स्टेशन बनाने पर विचार किया जा रहा है.
सांसद लल्लू सिंह की इस विषय में रेलवे के चेयरमैन से बात हुई. उन्होंने इस दिशा में कदम बढ़ाने का आश्वासन भी दिया. फैजाबाद जंक्शन का नाम अयोध्या कैण्ट होने वाला है. यह जिले के मुख्यालय पर स्थित रेलवे स्टेशन है. भविष्य में अयोध्या में पर्यटकों की संख्या बढ़ने के साथ यहां यात्री सुविधाओं को बढ़ाने पर भी चर्चा की गई.